ED की कार्रवाई पर कांग्रेस और भाजपा में जुबानी जंग जारी! कांग्रेस ने पूछा कि.. ईडी का प्रेस नोट सबसे पहले रमन सिंह के पास कैसे..? क्या रमन सिंह के पटकथा पर काम कर रही है ईडी..??

मनी लॉन्ड्रिंग और कॉल ट्रांसपोर्टिंग में ₹25 प्रति टन की वसूली को लेकर प्रवर्तन निदेशालय ईडी के लगातार छापेमारी चल रही है यह छापामारी दूसरे चरण की है जो 11 अक्टूबर से लगातार छत्तीसगढ़ के कई जिलों में जारी है। जिसमें रायगढ़ और कोरबा प्रमुख है। इसे लेकर सियासी घमासान भी मचा हुआ है। प्रदेश भाजपा के नेताओं ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर कांग्रेस पर कई गंभीर आरोप लगाए। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने ईडी के प्रेस नोट के जरिए सामने आए तथ्यों का हवाला देकर कांग्रेस को घेरा तो दूसरी तरफ कांग्रेस ने कह दिया यह प्रेस नोट रमन सिंह ने बनवाया है।
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि,ईडी द्वारा जारी किए गए प्रेस नोट के बाद प्रदेश में बड़ा भ्रष्टाचार रैकेट खुला है। हम सब ने कभी नहीं सोचा था कि आदिवासी, किसानों और आम जनता की मेहनत का पैसा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाएगा।
इस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने सवाल किया है। कि ईडी का प्रेस नोट रमन सिंह के पास सबसे पहले कैसे आया। क्या पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह द्वारा लिखी पटकथा पर ईडी काम कर रही है? कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला और प्रवक्ताओं ने इस आधार पर सवाल किया है कि ईडी के कथित प्रेस नोट को डॉ. रमन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। इसमें वही बातें हैं, जो वे कहते रहे हैं। जबकि ईडी की ऑफिशियल वेबसाइट पर कोई ऑफिशियल विज्ञप्ति छत्तीसगढ़ में छापे के संबंध में नहीं है।
भाजपा लगातार अनर्गल बयानबाजी कर रही है। नेता प्रतिपक्ष कहते हैं, ईडी की कार्रवाई को राजनीति से नहीं जोड़ा जाना चाहिये, लेकिन रमन सिंह तो ईडी के आधार पर ही अपनी राजनीति चमका रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष सहित तमाम भाजपा नेता जिस प्रेस नोट का हवाला दे रहे हैं, वह संदिग्ध लग रहा है।
शुक्ला ने यह भी कहा कि रमन सिंह ने 2 दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो बातें कही थी वही बातें ईडी की प्रेस विज्ञप्ति में है। रमन सिंह बातों से ऐसा लग रहा है कि ईडी रमन सिंह और भाजपा की पहले से लिखी हुई पटकथा पर काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि जिस तथाकथित प्रेस नोट को ईडी का बताकर कई समाचार माध्यमों में प्रचारित किया गया। वह प्रेस नोट सबसे पहले रमन सिंह ने रात को लगभग 9 बजे अपने ट्विटर और फेसबुक में डाला है। ईडी के अधिकृत वेबसाइट पर अभी तक आखिरी प्रेस नोट 13 अक्टूबर की जो किसी अन्य मामले में है। ईडी ने छत्तीसगढ़ के छापे के संबंध में अपने ट्वीट पर 4 फोटो और दो तीन लाईन की पोस्ट किया है। ईडी के द्वारा अधिकृत तौर पर कहीं भी उस प्रेस नोट को जारी करने का कोई साक्ष्य सार्वजनिक तौर पर नहीं दिख रहा, फिर यह तथाकथित प्रेस नोट रमन सिंह के पास कहां से आया..?? जिसमें तमाम कहानियां गढ़ी गई हैं। रमन सिंह ने ही फर्जी प्रेस नोट बनाकर प्रचारित किया है।