मानसून की पहली बारिश में ही खरसिया हुआ टापू में तब्दील..
लोगों के घरों में घुसा पानी…

नगर के अधिकांश सड़को पर घुटनों तक भरे पानी ने खोली सफाई व्यवस्था की पोल..

खरसिया। जुलाई महिने में हुई मानसून की पहली बारिश में ही खरसिया नगर जलमग्न हो गया। नगर का शायद ही ऐसा कोई हिस्सा होगा जहां पानी नहीं भरा हो। नगर के पुत्रीशाला रोड, स्टेशन चौक, स्टेशन रोड, रामनाथ गली, टीआईटी कालोनी, शनि मंदिर रोड, गुरूद्वारा रोड सभी सड़को में पानी भरा हुआ था । दो जुलाई को रात्रि में प्रारंभ हुए एवं तीन जुलाई के सुबह तक हुए मानसून की पहली बारिश ने पूरे शहर को लबालब कर दिया। कई मोहल्लो में तो लोगों के घरों में पानी घुस गया। जिससे उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसी क्रम में ठाकुरदिया के शासकीय उचित मूल्य दुकान में भी पानी घुस जाने के कारण वहां रखे खाद्यान्न सामग्री खराब हो गये जिससे दुकान संचालक को भारी नुकसानी उठानी पड़ी। राहत की बात यह रही कि बारिश थमने के कुछ घंटों बाद शहर में भरे हुए पानी का समुचित निकास हो गया।

विदित हो कि 2-3 जुलाई की दरमियानी रात्रि में मानसून की पहली बारिश से खरसिया नगर एक तरह से टापू में तब्दील हो गया था। शहर के हर ओर पानी ही पानी नजर आ रहा था। लगातार हो रहे बारिश से नगर के कई इलाको में घरों में पानी घुस गया। शहर के अधिकांश मोहल्लों एवं सड़को में पानी का ऐसा सैलाब आया कि सड़क कहीं नजर ही नहीं आ रही थी केवल और केवल पानी ही पानी दिख रहा था। जिससे नगर का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। नगर के पुत्रीशाला रोड, स्टेशन चौक रामनाथ गली में तो दुकानों के अंदर पानी घुस जाने से जहां लोगों को बारिश थमने के बाद अपने दुकानों से पानी निकालते देखा गया वहीं वार्ड नं. 17 एवं 18 ठाकुरदिया के शासकीय उचित मूल्य दुकान में भी बरसात का पानी घुस जाने के कारण वहां रखे शक्कर, चना, नमक एवं चांवल बरसाती पानी से बुरी तरह से भीग गए। समूचे नगर में जलभराव और पानी के निकासी ने होने पर नगर पालिका अध्यक्ष कमल गर्ग के दिशा निर्देश पर सफाई सभापति अरूण चौधरी के मार्गदर्शन में नगर पालिका के सफाई कर्मचारियों ने नगर के नाली नालों में काम करते हुए पानी निकासी हेतु कार्य किये जाने के कारण बारिश थमने के कुछ घंटों में नगर के सड़को एवं मोहल्लों में भरे पानी का उचित निकासी करने में सफलता प्राप्त कर ली।

विदित हो कि बरसात पूर्व नगर पालिका की सफाई कर्मचारियों की टीम ने सफाई सभापति अरूण चौधरी के निर्देशन मेें नगर में जाम होने वाले प्रमुख नालों की सफाई कर ली थी जिस कारण नगर में इस भारी बारिस से स्थिति भयावह होने से बच गया,अन्यथा इस भारी बारिश से नगर का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो सकता था, लेकिन शायद नगर पालिका की सफाई व्यवस्था में कमी रह गयी जिसकी वजह से पहली बारिश में ही समूचे नगर में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गयी थी। नगर के चौंक चौराहों पर लोग चर्चा करते मिले की अगर नगर पालिका द्वारा बारिश से पूर्व ही नगर की सभी नालियों की अच्छी तरह सफाई कर ली गयी होती तो पहली बारिश में ही नगर की ये दुर्दशा नहीं होती।
