देश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 1000 के पार, 25 लोगों की मौत व 88 हुए ठीक,मगर लोगो का पलायन बन रहा समस्या….

लाॅकडाउन का पालन न करने पर केंद्र सख्त
नई दिल्ली। पूरे देश में लाॅकडाउन के बाावजूद भारत में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1000 के पार चली गई है जबकि अब तक इस वायरस से 25 लोगों की जान गई है और 88 मरीज ठीक होकर अपनों घरों में लौट चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने 979 मरीजों की पुष्टि की है जबकि रविवार सुबह गुजरात में 58 नए केस सामने आए हैं जिससे देश में संक्रमितों की संख्या अब 1037 हो गई है। गुजरात स्वास्थ्य ने खुद 58 संक्रमित केसों की जानकारी दी है। पिछले 24 घंटे में भारत इस तरह संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ना परेशानी का सबसे बड़ा सबब है। सरकार अपनी तरफ से कोरोना के खिलाफ हर तैयारी कर रही है लेकिन बावजूद इसके देश के कई ऐसे नागरिक भी हैं जो लाॅकडाउन का पूरी से पालन नहीं कर रहे हैं। लाॅकडाउन की घोषणा के साथ ही कई प्रवासी मजदूरों ने दिल्ली से पलायन शुरु कर दिया जिसके चलते दिल्ली आनंद विहार भारी भीड़ देखने को मिली। दिल्ली एनसीआर नहीं बल्कि देश के दूसरे छोटे बड़े शहरों से भी लोगों का पलायन यूं ही जारी है, चाहे वो कानपुर हो, सोनीपत हो या फिर सिरसा या आगर मालवा। शनिवार को गृहमंत्रालय ने ऐलान भी किया था कि मजदूर पलायन न करें, उनके रहने और खाने के इंतजाम किए जाएंगे। वहीं दुनियाभर में भी इस महामारी हाहाकार मची हुई है। अकेले इटली में मरने वालों की संख्या शनिवार को 10,000 के पार पहुंच गई। 28 मार्च को इटली में 889 लोगों की मौत हुई तो वहीं पाकिस्तान में अब तक कोरोना वायरस के करीब 12 हजार संदिग्ध मामले सामने आए है। 202 देशों को अपना शिकार बना चुके कोरोना वायरस से दुनियाभर में अब तक 26 हजार से ज्यादा लोगं की मौत हो चुकी है और लाखों लोग इससे संक्रमित हैं।
कोरोना वायरस के प्रकोप की मार झेल रहे भारत के सामने इस समय पलायन एक गंभीर संकट बनकर खड़ा हो गया है। लाॅकडाउन के बावजूद सैंकड़ों की संख्या में मजदूर अपने गांवों की तरफ भाग रहे हैं। ऐसे में केंद्र सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए राज्यों सरकारों को निर्देश जारी किए हैं। केंद्र सरकार ने कहा है । कि लाॅकडाउन का पालन करवाना डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट और एसपी की जिम्मेदारी है। केंद्र सरकार ने अपने आदेश में कहा कि सभी राज्यों और जिलों की सीमाएं सील कर दी जाएं और बाहर से आने वाले लोगों को सीमाओं पर ही कैंपों में रखा जाए। काम करने आने वाले मजदूरों के रहने का इंतजाम किया जाए और उनको समय से भुगतान किया जाए, ऐसे मेें आदेश न मानने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।केंद्र ने यह भी निर्देश दिए हैं कि पलायन पर आमादा मजदूरों के लिए उनके कार्यस्थल पर ही सारी सुविधाएं जुटा कर देनी होग। इसमें मजदूरों के वेतन-भत्ते भी शामिल हैं। बता दें कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने लाॅकडाउन का फैसला किया लेकिन शहरों से लोगों के पलायन के चलते यह लाॅकडाउन फेल होता दिखा। शनिवार से दिल्ली के सीमावर्ती इलाकों में भारी भीड़ देखी गई। वहीं कई लोग पैदल ही सैकड़ों किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए निकल पड़े।