रायपुर का पानी देश में पांचवें नंबर पर…केन्द्र ने जारी की रिपोर्ट…पीने लायक पानी का सर्वे…मुंबई पहले नंबर पर…

रायपुर। केंद्रीय उपभोक्ता मामले में खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान ने शनिवार को दिल्ली समेत देशभर में 20 राज्यों से लिए गए पीने के पानी के नमूने की बहुप्रतीक्षित जांच रिपोर्ट जारी कर दी। राम विलास ने कहा कि यह सिर्फ दिल्ली के लिए पूरे देश में सर्वे किया। भारतीय मानक ब्यूरो (बीएसआई) के साथ बैठक बुलाई और सर्वे किया।
उन्होंने कहा कि दो समस्या सबसे बड़ी है एक पीने का पानी और प्रदूषण। हमारा मकसद किसी सरकार को दोष देना है और ना राजनीति करना है। जब तक हमारे पास मंत्रालय है तब तक लोगों को स्वच्छ पानी पीने की व्यवस्था हो जाए। जो भी राज्य सरकार हमसे मदद चाहती है वो हमसे ले सकती है।उन्होंने कहा कि पीने के पानी की जांच तीन चरणों में की जाएगी। पहले चरण में सभी राजधानियों के पानी की जांच की जाएगी। दूसरे चरण में स्मार्ट सिटी के पानी की जांच की जाएगी। तीसरे चरण में सभी जिलों में पीने के पानी की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने कहा था कि हम 2024 तक हर घर में साफ पानी पहुंचाएंगे।

हमारी सरकार इस दिशा में काम कर रही है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि गुणवत्ता रिपोर्ट में बात सामने आई है कि दिल्ली का पानी खराब है। हम किसी सरकार को दोष नहीं दे रहे हैं लेकिन दिल्ली सरकार यह समझे कि हम इस मुद्दे पर राजनीति नहीं कर रहे हैं, बल्कि हमारा मकसद लोगों तक साफ पानी पहुंचाना है।गौरतलब है कि दिल्ली में पिछले महीने पीने के पानी के नमूने बीएसआई की आरंभिक जांच में विफल पाए जाने के बाद पासवान ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2024 तक देश में हर घर में नल लगाने और स्वच्छ व शुद्ध पानी मुहैया करवाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा, इसी के मद्देजनर देश के सभी राज्यों की राजधानी समेत 100 स्मार्ट सिटी की योजना के अंतर्गत आने वाले शहरों में पीने के पानी की शुद्धता की जांच की जा रही है।
पीने के पानी की रैकिंग
1-मुंबई2-हैदराबाद3-भुवनेश्वर4-रांची5-रायपुर6-अमरावती7-शिमला8-चंडीगढ़9-त्रिवेंद्रम10-पटना11-भोपाल12-गुवाहाटी13-बेंगलुरु14-गांधी नगर15-लखनऊ16-जम्मू17-जयपुर18-देहरादून19-चेन्नई20-कोलकत्ता21-दिल्ली
दिल्ली में 11 जगहों से लिए गए पानी के नमूने की जांच बीएसआई के लैब में किए जाने पर आरंभिक जांच में कुछ जगहों का पानी 42 मानकों में से 12, 13 व 14 मानकों पर विफल पाए गए थे। उस समय केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पानी के इन नमूने की अंतिम जांच रिपोर्ट एक महीने के भीतर आएगी।