WhatsApp के चैट सिक्योर हैं तो कैसे सामने आ रहे हैं Drugs से जुड़े उनके वॉट्सऐप चैट्स? यहां समझें

WhatsApp के चैट सिक्योर हैं तो कैसे सामने आ रहे हैं Drugs से जुड़े उनके वॉट्सऐप चैट्स? यहां समझें

WhatsApp चैट एंड टु एंड एन्क्रिप्टेड होते हैं तो बॉलीवुड स्टार्स के Drugs से जुड़े चैट्स लीक कैसे हो रहे हैं? ये सवाल इन दिनों चर्चा में है. इसी बीच WhatsApp का एक स्टेटमेंट भी आया है।



WhatsApp ने अपने स्टेटमेंट में कुछ ऐसा नहीं कहा है जो नया हो. पहले भी कंपनी ये बात कहती आई है और ये शायद आप सब को भी पता होगा कि एंड टु एंड एन्क्रिप्टेड है. लेकिन फिर भी आपके लिए ये जानना ज़रूरी है कि डायरेक्ट नहीं, बल्कि इनडायरेक्टली WhatsApp के चैट्स कैसे हासिल किए जा सकते हैं।



ताज़ा स्टेटमेंट में कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा है, ‘WhatsApp आपके मैसेजों को एंड टु एंड एन्क्रिप्शन से प्रोटेक्ट करता है, ताकि आप और आप जिसे मैसेज सेंड कर रहे हैं वही मैसेज को देखे, इसके अलावा कोई भी मैसेज का ऐक्सेस नहीं कर सकता है, WhatsApp भी नहीं’

WhatsApp की तरफ़ से ये भी कहा गया है कि ये याद रखना ज़रूरी है कि WhatsApp सिर्फ फ़ोन नंबर से ही साइन अप किया जा सकता है और WhatsApp के पास आपके मैसेज के कॉन्टेंट का ऐक्सेस नहीं होता है।



WhatsApp चैट तो सिक्योर हैं, लेकिन क्या बैकअप सिक्योर है?
WhatsApp के मुताबिक़ जो चैट बैकअप क्लाउड स्टोरेज पर बैकअप रखे जाते हैं या सेव किए जाते हैं वो एंड टु एंड एन्क्रिप्टेड नहीं होते हैं. आम तौर पर यूज़र्स अपने WhatsApp चैट का बैकअप गूगल ड्राइव पर रखते है. WhatsApp में चैट के ऑटो बैकअप का भी ऑप्शन है जिसके तहत ख़ुद से ही चैट्स क्लाउड पर स्टोर होते हैं।



अगर आपका WhatsApp चैट को ऐक्सेस नहीं कर पा रहा है तो अगर वो चाहे तो आपकी जीमेल आईडी के ज़रिए गूगल ड्राइव से आसानी से तामाम पुराने चैट्स निकाल कर पढ़ सकता है. क्योंकि यहां रखा गया WhatsApp चैट का बैकअप एंड टु एंड एन्क्रिप्टेड नहीं होता है।



सिक्योरिटी या जांच एजेंसी क्लोनिंग करती हैं
WhatsApp के एन्क्रिप्टेड डेटा को ऐक्सेस करने के लिए सिक्योरिटी और जांच एजंसियां यूज़र्स के फ़ोन को लेकर उसकी क्लोनिंग करती हैं. क्लोनिंग दूसरे डिवाइस पर किया जाता है।

क्लोनिंग के बाद एजेंसियों को मिरर इमेज के ज़रिए डिलीटेड मैसेज का ऐक्सेस मिलता है. इसके लिए प्रोफेशनल टूल्स यूज किए जाते हैं और ये अलग डिवाइस पर किया जाता है।

मिरर इमेज

अब चूँकि फ़ोन की क्लोनिंग कर ली गई तो इससे एजेंसियों को फ़ोन के मैसेज, फ़ोटोज़, कॉल रिकॉर्ड्स और इसके साथ क्लाउड ऐप्स पर रखा डेटा का भी ऐक्सेस मिल जाता है. अब यहां से WhatsApp के चैट्स आसानी से रिकवर किए जा सकेत हैं।

बैकअप

कुल मिला कर ये कहा जा सकता है कि WhatsApp पर चैटिंग तो एंड टु एंड एन्क्रिप्टेड है, लेकिन इसका बैकअप सिक्योर नहीं है. अगर बैकअप का ऐक्सेस मिल गया तो फिर चैट रिकवर हो जाएँगे. जांच एजेंसियाँ भी सीधे तौर पर WhatsApp से चैट्स हासिल नहीं कर रही हैं।

Sunil Agrawal

Chief Editor - Pragya36garh.in, Mob. - 9425271222

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