अस्पताल में भर्ती के बाद से ही उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था, हालांकि अस्पताल में कुछ दिन के लिए उनकी सेहत सुधरी भी थी, लेकिन उसके बाद अचानक से फिर उऩकी तबीयत बिगड़ गयी। उन्हें ICU में ही रखा गया था। पिछले कई दिनों से वो वेंटिलेटर पर ही थे।
जानकारी के मुताबिक दिल्ली में उनके परिवार में उनकी बेटी और रसोईया को भी कोरोना संक्रमण हुआ था, लेकिन बाद में वो दोनों ठीक हो गये थे, लेकिन एके त्रिपाठी की सेहत बिगड़ती चली गयी। जस्टिस त्रिपाठी अभी लोकपाल के सदस्य थे।
न्यायमूर्ति त्रिपाठी पटना उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे, जहां से स्थानांतरित होकर छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बने थे। बाद में उन्होंने मुख्य न्यायाधीश के पद से त्यागपत्र देकर 23 मार्च 2019 को लोकपाल के न्यायिक सदस्य के रूप में योगदान देना शुरू किया और अभी इसी पद पर कार्यरत थे।देश का यह पहला मामला है, जिसमें कोई पूर्व न्यायाधीश और इतने बड़े पद पर बैठे व्यक्ति की कोरोना वायरस से मौत हुई है।