विदेश मंत्री एस जयशंकर का बड़ा बयान, पीओके भारत का हिस्सा, एक न एक दिन जरूर लहराएगा तिरंगा

नई दिल्ली :
अपने मंत्रालय के पहले 100 दिन पूरे करने पर जयशंकर ने कहा, ‘घरेलू और विदेश नीति में काफी मजबूत संबंध है। हमारी राष्ट्रीय नीति के लक्ष्यों एं विदेश नीति के लक्ष्यों के बीच सह-संबंध और मजबूत हुआ है।’ विदेश मंत्री ने कहा, ‘हमारी विदेश नीति में भारतीय प्रवासियों का एक पहलू भी शामिल है। भारतीय प्रवासियों के महत्व को देखते हुए अमेरिका में एक बहुत बड़े कार्यक्रम का आयोजन होने जा रहा है। इस कार्यक्रम का आयोजन भारतीय मूल के अमेरिकी समुदाय की भागीदारी से होने वाला है।’
पत्रकारों के इस सवाल पर कि कुरैशी के साथ मुलाकात पर क्या बात होगी। इस पर जयशंकर ने कहा, ‘मैं संयुक्त राष्ट्र महाधिवेशन से इतर पाकिस्तानी विदेश मंत्री से मिलूंगा। तब की तब देखेंगे।’ विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर हमारा रुख हमेशा स्पष्ट रहा है। पीओके भारत का हिस्सा है और हमें उम्मीद है कि एक दिन हमारा इस पर भौगोलिक प्रभुत्व होगा।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार पर विदेश मंत्री ने कहा, ‘पाकिस्तान के सिंध में आज जो हो रहा है, ऐसा नहीं है कि पिछले 100 दिनों में होने वाली यह एक मात्र घटना है। आपके सामने सिख लड़कियों के अगवा होने के मामले आए हैं। मेरे मानना है कि आज के दिन में यदि मानवाधिकारों की ऑडिट की जाए तो असलियत सबके सामने आ जाएगी। यहां एक देश है जो दूसरे देशों के मानवाधिकारों को लेकर फिक्रमंद है। आप उनके यहां मानवाधिकारों की हालत देखिए।’ जयशंकर ने कहा, ‘मेरा मानना है कि पाकिस्तान में पिछले 70 वर्षों अल्पसंख्यकों की संख्या में भारी गिरावट आई है। यह संख्या ऐसी हो गई है कि इसके बारे में खुद पाकिस्तान सार्वजनिक रूप से बयान जारी नहीं करेगा।’
इस कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हिस्सा लेने पर विदेश मंत्री ने कहा कि ‘मेरा मानना है कि यह काफा सम्मान कि बात है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने समुदाय का निमंत्रण स्वीकार करते हुए कार्यक्रम में आने का फैसला किया है।’ विदेश मंत्री ने कहा, ‘मेरा मानना है कि बहुपक्षीय मंचों जी-20, ब्रिक्स पर होने वाली बड़ी बहसों को देखें तो आप पाएंगे कि भारत की आवाज, उसके विचार आज पहले से ज्यादा तवज्जो के साथ सुने जाते हैं।’