दो दिवसीय प्रांतीय सम्मेलन कोलता भवन रायगढ़ में सफलता पूर्वक सम्पन्न….

खरसिया। छत्तीसगढ़ घासी /घसिया सहिस – सारथी कल्याण समिति का दो दिवसीय प्रांतीय सामाजिक सम्मेलन जिला शाखा रायगढ़ के तत्वावधान में कोलता समाज के सामुदायिक भवन में इतिहासिक पहल के साथ सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रायगढ़ महापौर माननीया श्रीमती जानकी बाई काटजू जी मंच पर मंचासिन थी, कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रांताध्यक्ष कृपा राम सागर महासमुंद ने की , विशिष्ट अतिथि के रुप में पूर्व विधायक शमशेर सिंह सारंगढ़, डां बी आर नायक कोरिया, डां पी के सहनी सरगुजा, प्रो. टीकाराम सारथी प्रधानाचार्य शक्ति, श्रीमती विलास सारथी जि.पं. सदस्य लेन्ध्रा , बाबा गंगाधर सोनवानी रायगढ़, एडवोकेट लखन लाल सहिस कोरबा, श्री लल्ला सहनी आरंग, श्री तुलाराम कुलदीप रायपुर , सीता राम सहिस बिलासपुर विराजमान रहे। सम्मेलन का आगाज सामाजिक गुरु श्री 1008 बाबा हाड़ी नाथ बाबा जी के छाया चित्रों पर पुष्प गुच्छ दीप श्रीफल से पूजन अर्चन पश्चात अतिथियों का स्वागत वंदन कर शुभारम्भ हुआ ।

मुख्यातिथि श्रीमती जानकी बाई काटजु ने अपने संबोधन में समाज को संबोधित करते हुए कहा कि मैं सारथी समाज के हर दु:ख – सुख की घड़ी में उनके साथ खड़ी रही हूं और आगे भी खड़ी रहूंगी समाज की जो भी समस्या है मांग है उसे पूर्व में भी मेरे द्वारा पुरा करने का भरपुर प्रयास किया है और अभी आगे भी समाज की जो भी समस्या है जो मैं कर सकती हूं उसके लिए तात्पर्य हूं आपकी ही बीच की बेटी हुं आपने मुझे अपने प्रांतीय सामाजिक सम्मेलन में आमंत्रित किया जिसके लिए मैं सदैव आभारी रहुंगी। छत्तीसगढ़ प्रांताध्यक्ष कृपाराम सागर ने प्रदेश के विभिन्न जिलों , कस्बों से आये विशिष्ट गणों व प्रांतीय , जिला व ब्लाक स्तर के पदाधिकारी गणों के सभी के विचार सुनने के प्रश्चात अपने उद्बोधन में कहा कि आज दुनिया का जो दौर है उसमें अन्य मानव समाज के लोग जिस रफ्तार की गति से अपने समाज की चहुंमुखी विकास कर रहे हैं उसे हमारे समाजिक जनों को अपने आप में खुद भी चिंतन मनन करने की आवश्यकता है उनके विकसित होने के वजह को हम जाने समझे और समाज में उनका क्रियान्वयन करें तभी हमारा समाज दुनिया में मानव समाज के पटल पर एक सुसज्जित समाज की श्रेणी में अपना स्थान सुरक्षित कर सकता है इसके लिए प्रथम दृष्टया – शिक्षा, सभ्यता, संस्कार, संस्कृति, अर्थ, राजनीति, एकता और धर्म पंथ पर चालयमान होने की आवश्यकता साथियों आपो दीपो भव: अर्थात अपना दीपक आप स्वयं बनिए।
सम्मेलन में उपस्थित सभी प्रबुद्ध गणों ने चर्चा परिचर्चा कर चिंतन मनन कर पाया कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा अनुसूचित जाति की सुची में चिन्हित बिंदु क्रमांक 25 सम्मिलित किए गए घासी/ घसिया , सईंस – सहिस , सुत सारथी और सारथी समाज एकजुटता के साथ सभी समाज एक साथ मिलकर प्रांतीय स्तर पर एक ही पंजीकृत संगठन एक ही बेनर तले समाज के उत्थान की दिशा में संयुक्त रुप से अब आगे क़दम बढ़ाएंगे जिसका विस्तार प्रदेश के सभी संभाग ,जिला, ब्लॉक और गांव कस्बों में कीया जायेगा छत्तीसगढ़ प्रदेश में प्रांतीय संगठन का निर्वाचन प्रक्रिया आगामी बैठक बहुत जल्द आहुत किया जायेगा क्योंकि संगठन का कार्यकाल पूर्णतः की ओर है।
विभिन्न क्षेत्रों से आए संभाग एवं जिलाध्यक्षों पदाधिकारी गणों के साथ समाजिक जनों ने समाजहित में वर्गहित में कार्ययोजना को अनिवार्य बताया सर्वसम्मति से ध्वनि मत से सभी ने एक नाम एक संगठन एक कार्ययोजना को मंजूरी दी है।