अरूण ने सट्टे की काली कमाई से अर्जित की अरबों की अकूत संपत्ति…

अरूण ने सट्टे की काली कमाई से अर्जित की अरबों की अकूत संपत्ति…

रायगढ़। रायगढ़ समेत सक्ती, बिलासपुर में आयकर विभाग की कार्रवाई पूरी हो गई। रविवार दोपहर टीमें सभी ठिकानों से काम पूरा कर वापस निकल गईं। सक्ती में छापेमारी के दौरान बड़ी जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है कि एक कारोबारी का पूरा साम्राज्य ही सट्टे की कमाई से खड़ा किया गया है। वहीं रायगढ़ में भी निवेश से संबंधित डाटा मिला है।

छत्तीसगढ़ में पिछले 4 दिनों से जारी रेड की कार्रवाई अब खत्म हो रही है। आयकर विभाग के कुछ अफसर दिल्ली लौट चुके हैं। कुछ जांच में मिले दस्तावेजों को खंगालने में जुटे हैं। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने ये छापा मारा था। बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा और रायपुर में कोयला कारोबार से जुड़े कारोबारी के घर दबिश दी गई थी। खबर है कि लाखों रुपए भी इस कार्रवाई में बरामद किए गए हैं। करोड़ों की डील्स के सबूत मिले हैं जिनमें कर चोरी की गई। जल्द ही आयकर विभाग इस कार्रवाई पर बड़ा खुलासा कर सकता है। रायपुर के स्वर्णभूमि रेसिडेंशियल कॉलोनी में भी छापा मारा गया था।

यहां भी कोयला कारोबारियों की करोड़ों की प्रॉपर्टी है। यहां बड़ी मात्रा में कैश और ऐसे दस्तावेज मिले हैं, जिनमें आर्थिक अनियमितता के सबूत हैं। इसके अलावा आयकर की टीम ने बिलासपुर में तेंदूपत्ता व्यापारी बजरंग अग्रवाल, बनवारी अग्रवाल के घर छापा मारा था ये दोनों राइस मिल और रियल स्टेट का काम भी करते हैं। बुधवार सुबह से शुरू हुई आयकर विभाग की कार्रवाई रविवार तक चलती रही। रायगढ़ में एनआर इस्पात के मालिक संजय अग्रवाल के करीब छह ठिकानों समेत करीब 12 जगहों पर कार्रवाई की गई। गोपाल शर्मा सतीगुड़ी चौक, जिंदल टेक्सटाइल के सुनील जिंदल, सतीश जिंदल, बाबा ट्रांसपोर्ट संचालक राकेश शर्मा, विशाल अग्रवाल रुक्मणी विहार, सुमन अग्रवाल, अर्जुन मालाकार के मकानों और दफ्तरों में रेड हुई है। लॉकर और कंप्यूटर से डाटा रिकवर करने के बाद कई अहम जानकारियां आयकर विभाग को मिली हैं।

सक्ती में सबसे ज्यादा चौंकाने वाली जानकारियां मिली हैं। सक्ती में पूर्व नपा अध्यक्ष कांग्रेस नेता श्यामसुंदर अग्रवाल, विधायक प्रतिनिधि कांग्रेस आनंद अग्रवाल, कमलेश अग्रवाल, जगदीश बंसल, राहुल अग्रवाल, अनिल अग्रवाल और अरुण अग्रवाल के यहां कार्रवाई की गई है। यहां दस करोड़ से भी अधिक अघोषित आय का पता चला है। अरुण सक्ती के पूरे कारोबार में निवेशित रकम का कोई हिसाब नहीं मिला है। बताया जा रहा है कि सट्टे की कमाई को ही अलग-अलग बिजनेस में खपाया गया है। पूरी ब्लैक मनी इन्वॉल्व है। जांच के दौरान सक्ती के कारोबारी घर पर नहीं मिले। यह पता नहीं चल सका है कि उनके बयान हुए या आयकर विभाग ने उनके परिजनों के ही बयान लेकर कार्रवाई पूरी की।

कंपनियों में निवेश की थी तैयारी
रायगढ़ में एनआर इस्पात के ठिकानों समेत बाबा ट्रांसपोर्ट और जिंदल टेक्सटाइल के संचालकों के ठिकानों में छापे मारे गए। इस दौरान लॉकर की भी तलाशी हुई। बताया जा रहा है कि कुछ नई कंपनियों में भी निवेश करने की तैयारी थी। जमीनों की खरीदी में भी ब्लैक मनी से भुगतान होने की जानकारी आयकर विभाग के हाथ लगी है। दो कंपनियों के अधिग्रहण की योजना भी थी।

उजागर होगा सट्टे का सबसे बड़ा गिरोह
आयकर विभाग की इस कार्रवाई में अघोषित आय, टैक्स चोरी, कोयले के बोगस बिलों के अलावा सट्टे के कारोबार की भी जानकारी मिली है। आयकर विभाग कुछ जानकारियां प्रवर्तन निदेशालय से साझा करने जा रहा है। बताया जा रहा है कि सक्ती में जो भी जानकारी मिली है, उससे सट्टे का एक बड़ा गिरोह बेपर्दा हो गया है। इससे जुड़े सभी लोगों तक कार्रवाई की आंच पहुंचेगी।

Sunil Agrawal

Chief Editor - Pragya36garh.in, Mob. - 9425271222

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *