खरसिया।
बाबा कीनाराम की 423 जयंती की तैयारी को लेकर आश्रम को पूरी तरह सजाया गया वही श्री सर्वेश्वरी समूह के आश्रम प्रमुख बाबा आत्माराम के मार्गदर्शन में पूजा पाठकर हवन किया गया उसके पश्चात प्रसाद वितरण किया गया। सर्वेश्वरी समूह से जुड़े दिनेश केशरी ने बताया प्रतिदिन बाबा के दर्शन पाने के लिए भक्त दूर-दूर से आते हैं, लेकिन गुरु पूर्णिमा और बाबा की जयंती के दिन खरसिया सहित आसपास से काफी संख्या में श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए आते है। ठाकुरदिया वार्ड नं.18 में श्री सर्वेस्वरी समूह में बाबा किनाराम का आश्रम है। अघोराचार्य बाबा कीनाराम का जन्म सन् 1693 भाद्रपद शुक्ल को चंदौली के रामगढ़ गाँव में अकबर सिंह के घर हुआ। बारह वर्ष की अवस्था में विवाह अवश्य हुआ पर वैराग्य हो जाने के कारण गौना नहीं कराया। ये देश के विभिन्न भागों का भ्रमण करते हुए गिरनार पर्वत पर बस गये।
कीनाराम सिद्ध महात्मा थे और इनके जीवन की अनेक चमत्कारी घटनाएं प्रसिद्ध हैं। वाराणसी: जिले में अघोर आचार्य बाबा कीनाराम का आश्रम है. मान्यता यह भी है कि बाबा किनाराम को भगवान शिव का अवतार भी माना जाता है। कौशिक, दिनेश केशरी, नारायण चक्रधारी, नित्यानंद, धनसाय यादव, नंदलाल सहित सैकड़ों भक्तों ने इस अवसर पर पूजा पाठ कर प्रसाद ग्रहण किया।