स्टेट बैंक SECL ब्रांच के लाकर से, एक अधिकारी के लगभग 10 लाख के जेवरात हुए गायब…

बिलासपुर. प्राप्त जानकारी के अनुसार सीपत रोड शकुंतला हाईट्स निवासी दिनेश पांडेय 56 वर्ष SECL में ऑफिस सुपरिटेंडेंट (OS) हैं। उनका SBI की SECL ब्रांच में अकाउंट है। उसमें साल 2009 में उन्होंने एक लॉकर भी लिया। बैंक ने उन्हें लॉकर नंबर 6/54 अलॉट किया। उसमें उन्होंने पत्नी के पुराने गहने और बेटी की शादी के लिए खरीदी गई नई सोने चांदी की ज्वेलरी रखी थी। इसके बाद 30 अप्रैल 2020 को उनके बेटे की शादी हुई तो गिफ्ट में मिली ज्वेलरी को भी लॉकर में रख दी। इसके बाद से लॉकर नहीं खोला।
मंगलवार को सुबह उन्हें पुणे जाना था और उनकी पत्नी को बेटी से मिलने बेंगलुरु जाना था। ऐसे में वह दोपहर में पत्नी के कुछ और गहने लॉकर में रखने के लिए बैंक पहुंचे। बैंक मैनेजर ने एक चाबी बैंक कर्मचारी से मंगवाई और दूसरी उनके ही पास थी। प्यून ने बैंक की चाबी लॉकर में लगाई और चला गया।
इसके बाद दिनेश पांडेय ने अपनी चाबी से लॉकर खोला तो अंदर रखे सारे गहने गायब थे। इस पर अफसर ने ब्रांच मैनेजर को बुलाया और जेवरों के बारे में पूछताछ की तो उन्होंने जानकारी होने से इनकार कर दिया।
SECL अफसर दिनेश पांडेय ने बताया कि उन्होंने आखिरी बार 30 अप्रैल 2020 को लॉकर खोला था। उस समय वे जयपुर से लौटे थे और उसमें जेवर रखकर चले गए थे। लॉकर के भीतर उनकी पत्नी के पुराने और बेटी की शादी के लिए खरीदे नए जेवर सहित करीब 10 लाख रुपए के गहनों के साथ ही कुछ जरूरी पेपर भी रखे थे। भगवान का एक फोटो भी रखते थे जो गायब है। इसके साथ ही उन्होंने बिड कॉइन और क्रिप्टो कॉइन में भी रकम इन्वेस्ट की थी। उसका पासवर्ड भी लॉकर में था।
लाकर धारक का कहना है कि लॉकर का किराया दे रहे हैं तो इस तरह जेवरात बैंक के लाकर से गायब हो गए तो बैंक की जवाबदारी है लॉकर में रखे समान की रक्षा करना।