नगर में बिजली विभाग की तानाशाही चरम पर है आए दिन किसी भी वक्त बिजली गुल कर दी जाती है, बिजली कितनी भी देर गोल रहे, बिजली विभाग इसकी सूचना देना तक जरूरी नही समझता है, अगर परेशान होकर बिजली कब आएगी यह जानने के लिए बिजली विभाग के अधिकारी या कर्मचारियों को फोन लगाया जाता है तो उनके द्वारा फोन भी नहीं उठाया जाता और अगर कई बार मे फोन गलती से उठा भी लेते हैं तो वह जवाब देना तक जरूरी नहीं समझते। यदि कही डीओ गिर जाता है और उपभोक्ताओं द्वारा कंप्लेन दर्ज कराई जाती है तो वह छोटा सा सुधार कार्य भी घंटो नही हो पाता है जिससे फेस नही आने के कारण महंगे महंगे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण खराब हो जाते है। ऐसे ही कोरोना में लोगो की आर्थिक स्थिति खराब है ऊपर से बिजली विभाग की सुस्त कार्यप्रणाली के कारण यह महंगे महंगे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण खराब होना घरो की आर्थिक स्थिति की कमर तोड़ने में कोई कसर नही छोड़ रहा है। ऐसा ही खेल बिजली विभाग द्वारा इन दिनों मीटर रीडिंग को लेकर भी खेला जा रहा है, हर माह इनके द्वारा जो डोर टू डोर मीटर रीडिंग ली जानी चाहिए वह भी अभी कुछ महीनों से नहीं ली जा रही है, इनके द्वारा आफिस में बैठे- बैठे ही एवरेज बिलिंग कर दी जा रही हैं जिसके कारण किसी के बिल ज्यादा आ जा रहे हैं किसी के बिल माइनस में चले जा रहे हैं और सरकार द्वारा जो बिजली बिल हाफ योजना चलाई जा रही है उसका लाभ भी जनता को इनकी कार्यप्रणाली की वजह से नहीं मिल पा रहा है। उपभोक्ता द्वारा इनसे जब पूछा जाता है कि किस वजह से डोर टू डोर रीडिंग नही ली जा रही तो इनके द्वारा कभी तबियत खराब का, कभी आपका घर बंद था, कभी मैं छुट्टी में हूं दूसरा लड़का जाएगा या फिर अगले महीने एक साथ रीडिंग ले लेंगे यह कहकर बहाना बनाया जाता है। अंत में परेशान होकर उपभोक्ता यह कहता है कि हमको दिक्कत हो रही है बिल ज्यादा आ रहा है मैं मीटर की फोटो आपको व्हाट्सएप्प पर भेज देता हूं आप रीडिंग देखकर डाल दीजिए तो जवाबदार अधिकारी एवं कर्मचारी द्वारा यह कहा जाता है कि आप मोर बिजली ऐप डाउनलोड करलो और उसी में हर माह रीडिंग भेज दिया करें उसी में आप का बिल आ जाएगा और उसी में ऑनलाइन पेमेंट करें।
घंटो नही होता डीओ सुधार का छोटा सा कार्य
वैसे तो व्हाट्सएप्प ग्रुप के माध्यम से माध्यम से नगर की फ्यूज कॉल संबंधित समस्याओं का समाधान करने का सराहनीय प्रयास विभाग द्वारा किया गया था लेकिन विगत कुछ़ दिनों से ड़ियो गिर जाने जैसी समस्याओं का निराकरण भी कर्मचारियों द्वारा घण्टो तक नहीं किया जाता जिससे भी नगरवासियों में रोष है, उपर से आये दिन अघोषित बिजली कटौती ने नगरवासियों का जीना दूभर कर दिया है। इस संबंध में विभाग के सहायक अभियंता बलराम साहू ने बताया कि सीएसईबी ने नया साफ्टवेयर लांच कर दिया है जिससे मीटर रीड़िंग की समस्या से निजात मिल जायेगी, वहीं संविदा कर्मचारियों के हड़ताल में रहने से कुछ समस्या हो रही थी जो विभाग द्वारा शीघ्र ही दुरूस्त कर ली जायेगी।
बिलिंग में सुधार के लिये नया साफ्टवेयर इस महिने से लांच किया गया है जिसके आधार पर स्पाट बिलिंग किया जायेगा, जिससे उपभोक्ताओं की परेषानियां खत्म हो जायेगी, वहीं संविदा कर्मचारी विगत लगभग 1 माह से हड़ताल में थे जिस वजह से फ्यूज काल में थोड़ी परेशानियां हो रही है जो आगामी दिनों में दुरूस्त कर ली जायेगी बलराम साहू (सहायक अभियंता, खरसिया विद्युत विभाग)