प्रदेश मे 4 नये जिलों का हो सकता है पुनर्गठन, सारंगढ़, पत्थलगांव, शक्ति, बसना-सराईपाली का नाम शामिल….

रायपुर। आने वाले गणतंत्र दिवस पर राज्य सरकार कई महत्वपूर्ण घोषणाएं करने वाला है। प्रदेश के वर्तमान भूपेश बघेल सरकार को 2 वर्ष का कार्यकाल पूर्ण अभी पूर्ण हुआ है। सूत्र के अनुसार मुख्यमंत्री के सलाहकारो द्वारा इस दो वर्षों के किये गये कार्यों एवं आगामी योजनाओं पर समिक्षा कर जानकारी जुटा रहे है।
इस बीच यह खबर आ रही है की विधायकों द्वारा डवलपमेंट के लिए किये गये मांगों पर विशेष मंथन किया जा रहा है, इस दृष्टीकोण से यह स्पष्ट है की राज्य सरकार प्रदेश के विकाश के लिए मजबूत इच्छा शक्ति के साथ काम कर रही है।
राजधानी के वरिष्ठ सम्पादक के मतानुसार राज्य सरकार जिला निर्माण, ब्लाक निर्माण, तहसील निर्माण तथा नगरिय निकाय बनाने जैसे विकास कार्यों पर फोकस कर रही है, जिससे इन उपेक्षित क्षेत्रों का चहुमुखी विकाश हो सके, इसके लिए कार्ययोजना बनाया जा रहा है जिसमे क्षेत्रीय विधायकों के प्रस्ताव को तवज्जों दिया जा रहा है।
बता दे की सारंगढ़ जिला निर्माण का मांग दशको पुराना है, चाहे सरकार कोई भी हो विधायकों द्वारा सारंगढ़ को जिला निर्माण का मांग हमेशा किया गया है। इसीतरह यह कयास लगाया रहा है की राज्य सरकार सारंगढ़ विधायक के प्रपोजल को दृष्टिगत रखते हुए सारंगढ़ को जिला घोषित कर सकती है।
सारंगढ़ विधायक के घोषणापत्र का किया गया जिक्र
मुख्यमंत्री के सलाहकारों के मध्य प्रस्तुत जानकारी में विधानसभा चुनाव में सारंगढ़ विधायक द्वारा घोषणा पत्र में सारंगढ़ जिला निर्माण का उल्लेख किया गया था, इसकी जानकारी दी गयी है। जिससे इस 26 जनवरी मे सारंगढ़वासीयों को जिला का सौगात मिलने की संभावना अधिक हो गयी है। हाल ही में सारंगढ़ विधायक के मांग पर केबिनेट मंत्री ने कोसीर को उप-तहसील बनाये जाने पर सहमती दी थी, जिसमे वर्ष 2021 मे काम काज स्टार्ट करने का पूर्ण आश्वासन मिला है।
गौरतलब हो की सारंगढ़ को जिला बनाये जाने की मांग क्षेत्र के सबसे बहुप्रतिक्षीत मांग है, आम शहरवासीयो से जुडा सीधा मामला है, राज्य मे कांग्रेस सरकार आने के बाद जिला बनाने की उम्मीद सबसे ज्यादा है क्योंकि विधायक के साथ कांग्रेस पार्टी लगातार मंचो पर जिला की मांग रखते आये है।साथ ही वकीलों का समूह भी मुख्यमंत्री से मुलाकत कर जिला बनाने की मांग रख चुके है।
भुगोलिक बड़े जिला का पुनर्गठन कर बनेंगे नये जिला
इसी तरह जांजगीर चांपा का पुनर्गठन कर शक्ति को जिला बनाया जा रहा है, विधानसभा अध्यक्ष लगातार इस विषय मे प्रयासरत है, कुछ विभागों का संचालन शक्ति जिला के रूप मे भी किया जा रहा है। रायगढ़ जिला का पुनर्गठन कर सारंगढ़ को नया जिला बनाया जा रहा है,विगत विधानसभा चुनाव में 52 हजार से अधिक मतों के साथ जीत दर्ज कर सबसे बड़े जीत का रिकार्ड बनाया गया था। महासमुंद जिला का पुनर्गठन कर बसना को नया जिला बनाने का प्रस्ताव है जिसमे सराईपाली को भी सामिल किया गया है। इसी तरह जशपुर जिला का पुनर्गठन पत्थलगांव को नया जिला बनाया जा सकता है, इस क्षेत्र मे वर्षो से जुदेव परिवार का वर्चस्व रहा है जिसे कम करने के लिए जशपुर जिला का 2 हिस्सा कर किस्सा ही खत्म किया जा सक्ता है।
प्रदेश में बनाये जाएंगे 4 और जिला
राज्य सरकार प्रदेश के विकास हेतू कई बड़े जिला का पुनर्गठन कर 4 नये जिला का घोषणा कर सकती है जिसमे रायगढ़ जिला से सारंगढ़, जशपुर जिला से पत्थलगांव, जांजगिर-चांपा जिला से शक्ति, महासमुंद जिला से बसना-सराईपाली सामिल है। विदित हो की प्रदेश मे कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने के पश्चात कई अन्य जगहो से भी जिला निर्माण की मांग ने जोर पकडा है किन्तु ये सभी चार क्षेत्र कई दशकों से जिला के लिए संघर्ष करते आ रहे है।
नये ब्लाक बनने के बाद जिला परिसीमन आयोग सक्रिय हो सकता है
विगत कई वर्षो से पेडिंग विकाश खण्ड निर्माण का भी फाईल अब मुमेंट करने लगी है, सम्भावना यह जताया जा रहा है की वित्त विभाग से अनुमती मिलने के पश्चात औपचारिक घोषणा किया जायेगा। नये विकासखण्ड बनाने के बाद ही कई जिला का भूगोल बदल जायेगा, राज्य सरकार दिल्ली से जिला परिसीमन आयोग की मांग कर सकता है, जिससे जिला मुख्यालय और ब्लाक की दुरी के हिसाब से आवागमन के मद्देनजर प्रशासनिक कार्य मे आसानी हो सके। इसके लिए जिला कलेक्टर के माध्यम से दावा-आपत्ति का अवसर दिया जायेगा।