अपने बच्चों को दिलवाएं ‘दो बूंद जिंदगी की’

रायपुर।
महिला बाल विकास विभाग अधिकारी अशोक पाण्डेय ने बताया कि पोलियो अभियान में हमेशा से ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका के माध्यम से मदद की जाती है, जितने बूथ होते हैं वो सामान्यतः आंगनबाड़ी केन्द्रों में बनाए जाते है। प्रारंभ में बच्चों को केन्द्र में ही पोलियों की दवा पिलाई जाती है जो बच्चे केन्द्रों में नहीं आ सकते उन्हे घर-घर जाकर पोलियों की दवा पिलाई जाती है।