छत्तीसगढ़ में दो सरकारी लैब एम्स और जगदलपुर में टेस्टिंग प्रोसेस चल रहा है, वहीं दो प्राइवेट लैब को भी छत्तीसगढ़ में मान्यता मिली हुई है। जाहिर है जितने ज्यादा से ज्यादा लोगों की टेस्टिंग हो पायेगी, उपचार में उतनी ही ज्यादा मदद मिलेगी। अभी प्रदेश में संदेह और लक्षण के आधार पर ही जांच हो रही है, जबकि मौजूदा वक्त में जरूरत हर उस शख्स की जांच की है, जिनमें थोड़े से भी सिम्टम नजर आते हैं।