कोरोना वायरस से कैसे बचें? सरकार ने बताया क्या करें और क्या ना करें

कोरोना वायरस की भारत में दस्तक
भारत में अबतक सामने आए 18 मामले
सरकार ने जारी की हैं कई एडवाइजरी
दुनिया के करीब 60 देशों में अपना असर दिखाने के बाद कोरोना वायरस की अब भारत में दस्तक हो गई है. भारत में अभी तक 18 केस पाए गए हैं, जिनमें कोरोना वायरस के लक्षण हैं. लगातार कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत सरकार की ओर से कई कदम उठाए जा रहे हैं. एयरपोर्ट पर यात्रियों की स्क्रीनिंग हो या फिर लैब में लोगों की जांच, सरकार ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए कई तरह की तैयारी की है. इसके अलावा किसी भी तरह की अफवाह से बचने, खुद की सुरक्षा के लिए कुछ निर्देश जारी किए हैं, जिससे कोरोना वायरस से निपटा जा सकता है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जो निर्देश जारी किए गए हैं, उनमें क्या करें और क्या ना करें के बारे में बताया गया है…
क्या करें?
• अपनी, व्यक्तिगत स्वच्छता पर ध्यान दें.
• साबुन से लगातार हाथ धोते रहें.
• छींकने और खांसने के दौरान अपना मुंह जरूर ढंकें.
• जब आपके हाथ गंदे दिखें, तब अपने हाथों को साबुन और पानी से जरूर धोएं.
• जब आपके हाथ स्पष्ट रूप से गंदे न हो, तब भी अपने हाथों को हैंड वॉश से जरूर धोएं.
• प्रयोग के बाद टिशू को तुरंत किसी बंद डिब्बे में फेंक दें.
• अस्वस्थ होने पर डॉक्टर से मिलें.
• एक दूसरे से दूरी बनाए रखें.
• अपनी आंखों, नाक और मुंह को छूने से बचें।
कोरोना वायरस को लेकर भारत में अलर्ट जारी कर दिया गया है. पिछले दो दिनों में कोरोना के 18 मामले देश में सामने आए हैं, जिसके बाद सरकार की ओर से कुछ एडवाइजरी जारी की गई हैं।
बुखार-खासी-सांस लेने में तकलीफ हो तो डॉक्टर से संपर्क करें.
क्या ना करें?
• अगर खांसी या बुखार है तो किसी के संपर्क में ना आएं.
• सार्वजनिक स्थानों पर ना थूकें.
• जीवित पशुओं से संपर्क, कच्चे-अधपके मांस के सेवन से बचें.
• खेतों की यात्रा, जीवित पशुओं के बाजार या फिर जानवर का वध किए जाने वाले स्थान पर ना जाएं।

कैसे होती है कोरोना वायरस की जांच?
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जानकारी के मुताबिक कोरोना वायरस को लेकर सरकार ने कई सुविधाएं की हैं. दिल्ली में कुछ अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है. अगर किसी व्यक्ति में कोरोना वायरस के लक्षण पाए जाते हैं, तो उसकी जांच की ये प्रक्रिया है…
– व्यक्ति की पहचान.
– पहचान के बाद सैंपल को टेस्ट के लिए भेजना.
– अगर सैंपल नेगेटिव हुआ तो – डॉक्टर की सलाह के बाद मरीज को तुरंत छोड़ा जा सकता है अन्यथा 14 दिन की मॉनिटिरिंग में भी रखा जा सकता है।
अगर सैंपल पॉजिटिव हुआ तो – कोरोना को लेकर जो प्रोटोकॉल जारी किया गया, उसका पालन होगा. चेस्ट रेडियोग्राफ के क्लियर होने, स्पेसिमेंस के नेगेटिव होने के 24 घंटे बाद ही मरीज को छोड़ा जा सकता है।