Chhattisgarh: जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ने भेजा इस्तीफ़ा

बेमेतरा के जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष बंसी पटेल ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिख कर बेमेतरा के पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा और पीसीसी के महामंत्री मलकीत सिंह गेंदू पर अपमानित करने और निष्ठावान कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया है। गौरतलब यह है कि, यह इस्तीफ़ा पत्र वायरल हो गया है। यह स्पष्ट नहीं है कि, इसे इरादतन वायरल कराया जा रहा है या भूल से मीडिया के पास पहुँच गया है।
तीन पन्नों का पत्र, आरोप ही आरोप
जो इस्तीफ़ा पत्र वायरल है, वह कुल जमा तीन पन्नों का है। कमोबेश तीनों ही पन्नों में संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों पर आरोप हैं। इस पत्र में जिस विषय को केंद्र बनाया गया है वह विषय नगरीय निकाय चुनाव और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में संगठन की ओर से भेजी गई सिफारिशों को नहीं मानने को लेकर है। पत्र में उल्लेख है कि “मैंने पूरी सूची जांगिड़ जी को सौंप दी, जिस पर सह प्रभारी द्वारा मुझे बताया गया कि, उम्मीदवारों का चयन पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा से पूछकर ही किया जाएगा, जिस पर मैंने संगठन का महत्व और जिला समन्वय समिति का महत्व जानना चाहा..! जब संगठन की इसमें कोई भूमिका नहीं है तो मुझे वहां रहना उचित नहीं लगा और मैं वापस आ गया। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष द्वारा बेमेतरा के पूर्व विधायक से संपर्क साधते हुए आशीष छाबड़ा को जिला समन्वयक नियुक्त करने का एक पक्षीय आदेश जारी कर दिया गया जो मुझे अपमानित करने के उद्देश्य से लिया गया निर्णय प्रतीत हुआ।”
प्रत्याशियों को लेकर सवाल
बंशी पटेल के हस्ताक्षर वाले इस्तीफ़ा पत्र में बेमेतरा नगर पालिका और कुसमी नगर पालिका में पार्टी प्रत्याशियों का जिक्र करते हुए सवाल उठाए गए हैं। पत्र में लिखा गया है “बेमेतरा में ऐसे व्यक्ति को आशीष छाबड़ा ने अध्यक्ष के लिए नामित किया गया है जो कि अभी ही 6 वर्ष के लिए कांग्रेस से निष्कासित हुआ था और जिसने ब्लॉक कांग्रेस भवन बेमेतरा के किराए में 54100 रुपये की हेराफेरी की है। कुसमी में अध्यक्ष पद के लिए जिसे टिकट दी गई है, वे दो दिन पहले तक बीजेपी से टिकट के लिए दावेदारी कर रहे थे। इनका नाम बीजेपी के पैनल में दूसरे नंबर पर था। ये वनमंत्री केदार कश्यप के कट्टर समर्थक हैं। जबकि सच्चे सिपाहियों की उपेक्षा की गई है।”
मैंने कभी सोचा नहीं था…
कांग्रेस के क्षत्रप रविंद्र चौबे के करीबी या कि बेहद विश्वस्त माने जाने वाले बंसी पटेल के पत्र के आखिर में इस्तीफे का उल्लेख है। पत्र में उल्लेखित है -“मैंने कभी सोचा नहीं था कि मुझे इस जीवन में कभी कांग्रेस पार्टी में ऐसे भी अपमान भरे दिन देखने पड़ेंगे, अतः अत्यंत भारी मन से स्वयं को अपमानित महसूस करते हुए अपनी मातृ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से और अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी बेमेतरा से तत्काल प्रभाव से त्यागपत्र दे रहा हूँ।”