नए साल में छत्तीसगढ़ पुलिस में 17 आईपीएस अफसरों की पदोन्नति, बढ़ेगी वरिष्ठ अधिकारियों की संख्या…

रायपुर। छत्तीसगढ़ पुलिस में नए साल में 17 आईपीएस अधिकारियों को पदोन्नति मिलने जा रही है, जिससे वरिष्ठ रैंक के अफसरों की संख्या में इजाफा होगा। इन अफसरों में रायपुर एसएसपी लाल उमेद सिंह और शशिमोहन सिंह शामिल हैं। सभी अफसर 2011 और 2012 बैच के हैं। साथ ही, छत्तीसगढ़ के दुर्ग और राजनांदगांव पुलिस रेंज के प्रभारी आईजी, रामगोपाल गर्ग और दीपक झा को भी प्रमोशन मिलेगा, और वे पूर्णकालिक आईजी बन जाएंगे।
इन सभी अधिकारियों को प्रमोशन मिलने के बाद उनकी कार्यक्षमता और जिम्मेदारियां बढ़ जाएंगी। विशेष रूप से, रामगोपाल गर्ग और दीपक झा 2007 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, जिन्होंने डीआईजी पद पर रहते हुए प्रभारी आईजी की जिम्मेदारी निभाई थी। अब नए साल में उन्हें पूर्णकालिक आईजी के रूप में प्रमोशन मिलेगा। प्रमोशन के आदेश जनवरी में जारी हो सकते हैं।
सात आईपीएस बनेंगे डीआईजी
2011 बैच के सात आईपीएस अधिकारी दो साल पहले सिलेक्शन ग्रेड प्राप्त कर चुके थे, और अब उन्हें डीआईजी रैंक पर प्रमोट किया जाएगा। इनमें संतोष कुमार सिंह, इंदिरा कल्याण एलिसेला, गोवर्धन सिंह ठाकुर, तिलक राम कोशिमा, प्रशांत कुमार ठाकुर, अजातशत्रु बहादुर सिंह और लाल उमेद सिंह शामिल हैं। लाल उमेद सिंह फिलहाल रायपुर, इंदिरा कल्याण ऐलेसेला कांकेर और प्रशांत ठाकुर सूरजपुर के एसएसपी के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
आठ आईपीएस को मिलेगा सलेक्शन ग्रेड
छत्तीसगढ़ के आठ आईपीएस अधिकारियों को सलेक्शन ग्रेड मिलने जा रही है। इनमें आशुतोष सिंह, विवेक शुक्ला, शशिमोहन सिंह, राजेश कुकरेजा, श्वेता राजमणि, राजेश अग्रवाल, विजय अग्रवाल और रामकृष्ण साहू शामिल हैं। इन अधिकारियों को सलेक्शन ग्रेड मिलने से उनकी कार्यक्षमता और पद की स्थिति में और मजबूती आएगी।
आईपीएस प्रमोशन से एसएसपी की संख्या में वृद्धि
आईपीएस अफसरों के प्रमोशन के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस में पांच नए एसएसपी भी बढ़ जाएंगे। 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी इस समय विभिन्न जिलों में एसएसपी के पद पर कार्यरत हैं। इनमें आशुतोष सिंह (महासमुंद), विवेक शुक्ला (जांजगीर), शशिमोहन सिंह (जशपुर), विजय अग्रवाल (बलौदा बाजार) और रामकृष्ण साहू (बेमेतरा) शामिल हैं। इन अफसरों के प्रमोशन से पुलिस व्यवस्था में और अधिक सुधार होने की उम्मीद जताई जा रही है।
नए साल में पुलिस विभाग के इस प्रमोशन से छत्तीसगढ़ पुलिस की कार्यक्षमता और सुरक्षा व्यवस्था में सुधार होने की संभावना है।