RAW में नए चीफ की नियुक्ति; कौन हैं सीनियर IPS रवि सिन्हा, जिन्हें भारत सरकार ने दी इतनी बड़ी जिम्मेदारी

भारत सरकार ने रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) में नए चीफ की नियुक्ति की है। 1988 बैच और छत्तीसगढ़ कैडर के सीनियर आईपीएस ऑफिसर रवि सिन्हा RAW के नए चीफ बनाए गए हैं। सिन्हा को आईपीएस सामंत कुमार गोयल की जगह यह बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। अब तक आईपीएस सामंत कुमार गोयल RAW के नए चीफ थे।
गोयल को भारत सरकार ने एक्सटेंशन भी दी। लेकिन अब गोयल का कार्यकाल 30 जून को खत्म हो रहा है। अबकी बार उन्हें एक्सटेंशन नहीं दी गई और आईपीएस रवि सिन्हा को RAW का नया चीफ बना दिया। आईपीएस रवि सिन्हा ज्वाइन करने से दो साल तक या अगले आदेश तक RAW के चीफ रहेंगे।

रवि सिन्हा अब तक स्पेशल सचिव थे
1988 बैच के सीनियर आईपीएस ऑफिसर रवि सिन्हा अभी कैबिनेट सचिवालय में स्पेशल सेक्रेटरी हैं और अब वह अपनी अगली पोस्टिंग के तहत RAW में सेक्रेटरी के पद पर जा रहे हैं।
रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) क्या है?
रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) भारत सरकार की अतिसंवेदनशील संस्था है। RAW पर विदेशी इंटेलिजेंस जुटाने का जिम्मा होता है। अगर किसी देश के घटनाक्रम का भारत पर असर हो सकता है, तो RAW उसपर नजर रखती है। राष्ट्रहितों के लिए खुफिया ऑपरेशंस को भी RAW अंजाम देती है। इंदिरा गांधी सरकार के समय RAW अस्तित्व में आई। रामेश्वर नाथ काव इसके इसके पहले प्रमुख थे। RAW सीधे प्रधानमंत्री को रिपोर्टिंग करती है।
पीएमओ के अधीन करता है काम
बता दें कि रॉ भारत की अन्तरराष्ट्रीय गुप्तचर संस्था है, जो सीधे पीएमओ के अधीन काम करता है. सितम्बर 1968 में गठित यह संगठन का मुख्य कार्य जानकारी एकत्रित करना, आतंकवाद को रोकना व गुप्त ऑपरेशनों को करना है. इसके साथ ही यह विदेशी सरकारों, कम्पनियों व मानवों से मिली जानकारी पर कार्य करता है, जिससे भारतीय नीति निर्माताओं को सही मन्त्रणा दी जा सके.
1962 के भारत-चीन युद्ध व 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान अन्वेषण ब्यूरो के कार्य को लेकर उठे सवालों के बीच भारत सरकार को एक ऐसी संस्था की आवश्यकता महसूस हुई, जो स्वतन्त्र और सक्षम तरीके से बाह्य जानकारियाँ एकत्रित कर सके. इसके बाद रामेश्वर नाथ काओ की अगुवाई में रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (R&AW) का गठन किया गया.