हनी ट्रेप कांड में एसआईटी के हाथ लगे अहम सबूत -मास्टर माइंड श्वेता जैन के लॉकर ने उगले राज़ !

भोपाल। हनी ट्रैप मामले की जांच कर रही स्पेशनल इंवेस्टिगेशन टीम मंगलवार को मामले में आरोपित श्वेता जैन और आरती दयाल के लॉकरों की जांच करने पहुंची। एसआईटी की टीम ने इंद्रपुरी स्थित एचडीएफसी बैंक में लॉकर खंगाले। एसआईटी के सूत्रों के मुताबिक एसआईटी को आरोपित श्वेता जैन के लॉकर से साढ़े तेरह लाख नगद बरामद हुए हैं जबकि आरोपित आरती दयाल का लॉकर खाली मिला है। एसआईटी ने मौके पर ही लॉकर से बरामद रूपए का जप्ती पंचनामा बनाकर अपने कब्जे में ले लिया है।
एसआईटी की टीम ने मंगलवार शाम बैंक में करीब चार घंटे जांच की। सूत्र बताते हैं कि आरोपित आरती दयाल गिरफ्तारी से दो दिन पहले बैंक आई थी और उसने लॉकर खाली कर दिया था और पैसा आईसीआईसीआई बैंक में पहुंचाया था।
एसआईटी इसी मामले में बुधवार को प्रभात पेट्रोल पम्प स्थित आईसीआईसीआई बैंक जाकर पड़ताल करेगी।
गौरतलब है कि 19 सितंबर की दरम्यानी रात को एसटीएफ, एसआईटी, सीबीआई की टीमों ने मिलकर भोपाल की चार महिलाओं के यहां पर छापे मारकर उन्हें गिरफ्तार किया था। पुलिस की कार्रवाई में महिलाओं के पास से कई राजनैतिक नेताओं, पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की सीडी, मोबाइल रिकार्डिंग व दस्तावेज बरामद हुए थे। मामले का खुलासा इंदौर स्थित पलासिया थाने में दर्ज उस रिपोर्ट से हुआ जिसमें नगर निगम के सिटी इंजीनियर हरभजन सिंह ने आरोप लगाया था कि उसे कुछ महिलाओं द्वारा ब्लैकमेल करके दो करोड़ रुपए देने का दबाव बनाया जा रहा है।
महिलाओं ने उसके अंतरंग दृश्यों का वीडियो बनाया है जिसे सार्वजनिक करने की धमकी दी जा रही है। पुलिस ने जांच के दौरान भोपाल की चार महिलाओं के नाम सामने आए थे। पूरे मामले में प्रदेश में सियासी हलचल पैदा कर दी थी। इन महिलाओं के पास से जिन लोगों के वीडियो मिले हैं, उसमें कई बड़े नेता और अफसर भी शामिल हैं।