JSW मोनेट प्रबंधन ने अपनी गिरेबान बचाने पीआरओ को बना दिया प्रबंधक, भूपदेवपुर पुलिस ने सीधी कार्रवाई करते हुए….

रायगढ़। कोविड प्रोटोकाल के उल्लंघन के मामले को लेकर भूपदेवपुर पुलिस ने सीधी कार्रवाई करते हुए कम्पनी प्रबंधकों और दो ठेकेदारों के खिलाफ महामारी एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर लिया हैं। इस पूरे प्रकरण में खास बात यह हैं की पुलिस ने जिन्हें प्लांट प्रबंधक मान कर अपराध पंजीबद्ध किया हैं, दरअसल वे दोनों सिर्फ पीआरओ स्तर के कर्मचारी हैं।जिनका मुख्य कार्य लाइजनिंग और सीएसआर के कार्यों को ही देखना हैं। लेकिन आज हुई कार्रवाई में प्लांट प्रबंधन द्वारा पुलिस के सामने दोनों पीआरओ को ही प्रबंधक बता दिया।।
बता दे कोविड के लगातार बढ़ते संक्रमण की रोकथाम को लेकर उद्योगों के खिलाफ सख्ती बरतने संबंधी प्रशासन के आदेश के बाद पुलिस द्वारा औद्योगिक संयंत्रों की ओर जाने वाले कर्मचारियों के खिलाफ धर पकड़ कार्रवाई शुरू कर दी हैं।।इसी मद्देनजर शुक्रवार को भूपदेवपुर पुलिस ने जेएसडब्ल्यू कंपनी जा रहे 6 दर्जन से अधिक कर्मचारियों को हिरासत में लेकर थाने ले आई थी। हिरासत में लिए अधिकांश कर्मचारी ठेकेदारों के थे,जबकि शेष कंपनी के।।हालांकि कंपनी के हस्तक्षेप के बाद हिरासत में लिए गए कर्मचारियों को डांट फटकार के अलावा कड़ी समझाईस के बाद रिहा कर दिया गया।बाद में पुलिस ने संक्रमण को एक तरह से न्यौता देकर फैलाने के मामले में दोनों ठेकेदार टेकलाल और राजेश के खिलाफ जुर्म दर्ज कर लिया जबकि प्रबंधक द्वय शरतेन्दु शेखर और अनुपम मिश्रा के विरुद्ध भी महामारी एक्ट की धारा 269,270 ,34 की धारा के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया।।
क्या कहता है प्रशासन का आदेश
प्रशासन द्वारा जारी आदेश में साफतौर से कोविड प्रोटोकॉल के उल्लंघन पर कम्पनी के प्रबंधक ,मुख्य अधिकारी के खिलाफ एफआईआर करना हैं।ताकि एफआईआर के भय से प्रबंधन छोटे कर्मचारियों पर जारी लॉक डाउन में ड्यूटी को लेकर दबाव न बना सके।इसके साथ ही नियमों के पालन को भी सख्ती से कराए।