योगगुरु रामदेव के डेयरी कारोबार के सीईओ सुनील बंसल का निधन, अस्पताल में थे भर्ती…

कोरोना से मौत के लिए एलोपैथी दवाओं को जिम्मेदार मानने वाले बाबा रामदेव के कंपनी के सीईओ सुनील बंसल की कोरोना से मौत हो गई। वे 57 वर्ष के थे। बताया जाता है कि उनके फेफड़े बुरी तरह संक्रमित हो गए थे जिस कारण उन्हें नहीं बचाया जा सका। अब बाबा रामदेव के उस दावे पर फिर से सवाल उठ रहे हैं जिसमें उन्होंने कोरोनिल लांच करते समय की थी।
बाबा रामदेव द्वारा कोरोनिल लांच करते समय जो कहा था, दावे किए थे उसमें से कई उसी समय झूठे साबित हो गए थे, लेकिन दवा के असर संबंधी दावे की भी हवा निकल गई है। बाबा रामदेव और उनकी टीम ने यह दावा किया था कि कोरोनिल के सेवन से फेफड़े में इन्फेक्शन नहीं होगा, यह दवा कोरोना को रोकने में काफी मददगार साबित होगा।
साथ में उन्होंने उस समय WHO से प्रमाणित भी बताया था, जिसका खंडन तत्काल WHO ने कर दिया था।
सुनील बंसल बाबा रामदेव के डेयरी प्रोडक्ट के विभाग को देखते थे। सुनील को डेयरी साइंस में एक महत्वपूर्ण स्थान मिला हुआ था। वे 2018 में बाबा रामदेव से जुड़े थे। पतंजलि से जुड़ने के बाद उन्होने इस क्षेत्र में बड़ा काम किया था यही कारण है कि पतंजलि का डेयरी प्रोडक्ट की मांग बढ़ गई थी। बताया जाता है कि बंसल को कुछ दिन पहले ECMO या एक्स्ट्राकोर्पोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेशन मशीन पर रखा गया था। क्योंकि उनके दिल और फेफड़े न के बराबर काम कर रहे थे।
फिलहाल बाबा रामदेव लोगों के निशाने पर हैं। उनका कहना है कि कोरोनिल यदि संक्रमण रोकने में प्रभावी होता तो क्या सुनील बंसल की मौत कोरोना से होती ?

अभी कुछ दिन पहले ही बाबा रामदेव ने यह कहकर विवाद पैदा कर दिया था कि कोरोना से मौत एलोपैथी दवाओं की वजह से हो रही है। हालांकि बाद में उन्होंने माफी भी मांग ली थी।