टेंडर दस्तावेज में ओवर राइटिंग मामले में कमिश्नर ने बनाई जांच कमेटी…

फर्जीवाड़ा करने वाले के विरूद्ध सख्त कार्रवाई के संकेत
नगर निगम में टेंडर दस्तावेजों में ओवर राइटिंग कर ठेका हथियाने को लेकर की गई शिकायत में निगम ने अब जांच शुरू कर दी है। नगर निगम आयुक्त ने कूट रचना करने वाले की पहचान के लिए जांच कमेटी का गठन किया है।
यहां बता दें कि आशीष ट्रेडर्स एंड कंस्ट्रक्शन फर्म के प्रोपराइटर आशीष चौबे ने आरोप लगाया था कि नगर निगम में चहेते ठेकेदारों को ठेका दिलाने के लिए टेंडर के दौरान बिलो दर में ओवर राइटिंग कर टेंडर बांटा जा रहा है। ठेकेदार ने अपनी शिकायत में कहा कि पुराने मरीन ड्राइव स्थित निगम के कांप्लेक्स में मरम्मत कार्य के लिए 2 लाख की निविदा निकाली गई थी। जिसकी अंतिम तिथि 7 अक्टूबर शाम 4:30 बजे टेंडर पहुंचने का था इस टेंडर प्रक्रिया में तीन फर्मों द्वारा आवेदन किया गया था जिसमें तीनों फर्म के द्वारा बिलो दर डाली गई थी। शौर्य कंस्ट्रक्शन ने 3%, आयुष कन्सट्रक्शन फर्म ने 14% एवं आशीष ट्रेडर्स एंड कंस्ट्रक्शन ने 7% विलो दर भरा था। इस आधार पर आयुष कंस्ट्रक्शन को टेंडर दिया गया। इधर आशीष ट्रेडर्स के प्रोपराइटर ने शिकायत कर आरोप लगाया है कि आयुष कंस्ट्रक्शन को गलत तरीके से ठेका दिया गया है। आयुष कंस्ट्रक्शन ने महज 4% बिलो दर की राशि डाली थी लेकिन ओवर राइटिंग कर उसे 14 प्रतिशत बना दिया गया।
ठेकेदार ने अपने लिखित शिकायत में कहा कि निगम के ही किसी कर्मचारी ने आयुष कंस्ट्रक्शन को ठेका दिलाने ओवर राइटिंग किया है। ठेकेदार ने कमिश्नर और महापौर से मामले की जांच की मांग की थी। पूरे मामले की गम्भीरता को देखते हुए कमिश्नर आशुतोष पाण्डेय ने निगम के तकनीय अधिकारियों की एक जांच कमेटी बनाई है। जो इसकी जांच करेंगे। कमिश्नर का कहना है कि जांच प्रतिवेदन के बाद वे खुद इसकी जांच करेंगे, फर्जीवाडा करने वाले के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।