खरसिया में आगजनी का तांडवःकानून-व्यवस्था ध्वस्त, दहशत में नगरवासी…

खरसिया। न्यू बस स्टैंड पर बीती रात आगजनी की भयावह घटना ने पूरे नगर को झकझोर कर रख दिया। मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दो गुटों के बीच हुए विवाद ने हिंसक रूप ले लिया, जिसके बाद उपद्रवियों ने नगर पालिका द्वारा लगाए गए शुद्ध पानी के आरओ प्लांट को आग के हवाले कर दिया। आगजनी में एक ठेला और दो स्कूटियां पूरी तरह जलकर खाक हो गईं। यह घटना नगर की कानून-व्यवस्था की खस्ता हालत और प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है।
आग में जल उठा नगर का विश्वास
घटना के बाद नगरवासियों में भय और असुरक्षा का माहौल गहरा गया है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि आगजनी योजनाबद्ध थी और इसे अंजाम देने वाले अपराधी पूरी तैयारी के साथ आए थे। खरसिया चौकी में पुलिस बल की कमी ने इस स्थिति को और गंभीर बना दिया। बल की कमी ने नगर अपराधियों को बेखौफ होकर अपना मंसूबा पूरा करने का मौका दिया।
फायर ब्रिगेड ने बचाई स्थिति, बड़ा हादसा टला

स्थानीय नगर पालिका की फायर ब्रिगेड टीम ने समय पर पहुंचकर आग पर काबू पाया, जिससे आस-पास खड़ी बसों और अन्य संपत्तियों को बचाया जा सका। अगर आग समय पर नहीं बुझाई जाती, तो यह एक बड़े हादसे का रूप ले सकती थी, जिसमें जन-धन की भारी हानि संभव थी।
रहवासियों में आक्रोश, प्रशासन पर उठे सवाल
घटना के बाद नगर के नागरिकों ने दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। लोगों का कहना है कि खरसिया में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है और प्रशासन की निष्क्रियता ने अपराधियों के हौसले बुलंद कर दिए हैं।
क्या प्रशासन संभाल पाएगा स्थिति?
इस घटना ने नगर के प्रशासन पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। क्या खरसिया के अधिकारी और पुलिस प्रशासन इस चुनौती का सामना कर पाएंगे, या नगरवासी डर और असुरक्षा के साए में जीने को मजबूर रहेंगे? घटना के बाद प्रशासनिक सक्रियता पर निर्भर करेगा कि खरसिया में शांति बहाल हो सकेगी या नहीं।
रहवासियों की सुरक्षा पर मंडराता सवाल
यह घटना खरसिया में कानून और सुरक्षा व्यवस्था की खामियों को उजागर करती है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस घटना से सबक लेकर अपनी जिम्मेदारियों को निभाता है या फिर नगरवासियों को इसी दहशत में जीने को मजबूर होना पड़ेगा।