छाल में अंडरग्राउंड माइंस से कबाड़ की चोरी…

रायगढ़। छाल की बंद पड़ी भूमिगत खदान से कबाड़ चोरी का सिलसिला नहीं रुक रहा है। कुछ महीने पहले दो स्थानीय युवकों को पकड़ा गया था जिसके बाद बवाल हो गया था। अब एसईसीएल के सुरक्षाकर्मियों ने वाहन और ड्राइवर को कबाड़ समेत पकड़ा है। छाल की धरम खदान पहले अंडरग्राउंड थी। भूमिगत खदान से कोयला निकालना पूरा होने के बाद अब इसे खुली खदान में बदल दिया गया है। अंडरग्राउंड खदान में लोहे के बड़े स्ट्रक्चर अब भी मौजूद हैं जिस पर कबाडिय़ों की नजर है। देर रात को कबाड़ी इस खदान में घुसते हैं और लोहा काटकर ले जाते हैं। भूमिगत खदान में खुदाई के दौरान लोहे के पिलर भी निकल रहे हैं। इसे काटकर ले जाने का काम कबाड़ी कर रहे हैं।
गुरुवार को एक ड्राइवर छोटा हाथी वाहन लेकर प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसा था। तभी एसईसीएल के सुरक्षा गाडूस ने दबिश देकर उसको पकड़ लिया। ड्राइवर का नाम शैलेंद्र राठिया निवासी चंद्रशेखरपुर बताया जा रहा है। पता चला है कि आरोपी ड्राइवर यहां से कबाड़ चुराकर रायगढ़ के बड़े कबाडिय़ों को बेचता है। यूजी माइंस में मौजूद लोहा उच्च क्वालिटी का है। इतने साल तक माइंस के अंदर होने के बावजूद उसकी अच्छी कीमत मिल रही है। इसीलिए कई लोग कबाड़ चोरी के काम में लगे हुए हैं। एसईसीएल के सुरक्षाकर्मियों ने ड्राइवर को पुलिस के सुपुर्द किया है।