नगर में होलीका दिवस पर हुई पूजा- अर्चना..नगर की महिलाओं ने पर्व की परंपराओं को निभाया..

खरसिया।


पत्रकार तथा सामाजिक कार्यकर्ता अरुण चौधरी ने बताया कि प्रत्येक वर्ष फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन किया जाता है। इस बार फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि 24 मार्च को पड़ रही है। 24 मार्च की रात्रि 11 बजे होलीका दहन के अगले दिन 25 मार्च को धुलेंडी मनाई जाएगी। खरसिया नगर में कुछ लोग अपने घरों में होलिका दहन करके पूजा अर्चना करते हैं तो वहीं पुरानी बस्ती, हमालपारा, रायगढ़ चौक, मालधक्का जैसे कुछ स्थानों पर सामूहिक रूप से होलिका दहन किया जाता है। इस दिन लोग होलिका के चारों और फेरे लेते हुए पूजा अर्चना करते हैं। मान्यता है कि होलिका की अग्नि में सभी तरह की नकारात्मक शक्तियां भस्म हो जाती हैं। होलिका की अग्नि में मुख्य रूप से लोग परिक्रमा करते हुए गेंहू की बालियां अर्पित करते हैं। इसके साथ ही होली की अग्नि में तिल, उपले और गोबर की बनी हुई गुलरिया (छोटे-छोटे गोबर के गोले जिनमें बीच में सुराख किया जाता है) की माला अर्पित कर जीवन की समस्याओं से मुक्ति के लिए प्रार्थना करते है। होलिका दहन के दिन से होलाष्टक समाप्त हो जाएंगे जिसके चलते विवाह आदि शुभ कार्य अब फिर से शुरू हो जाएंगे। नगर के भगत तालाब शिव मंदिर, गायत्री मंदिर, श्याम मंदिर में गुलाल और फूलों की होली भी खेली जाएगी, होली पर्व को लेकर प्रशासन भी मुस्तैद नज़र आ रहा है और पुलिस विभाग, चिकित्सा विभाग, विद्युत विभाग, नगर पालिका सहित पूरा प्रशासनिक अमला होली पर्व को सादगी से सम्पन्न कराने में जुटा हुआ है जिससे होली के पर्व पर कोई हुड़दंग न हो और प्रेम भाईचारे और आपसी सौहाद्र के इस पर्व को शांतिपूर्ण ढंग से मनाया जा सके।
