कन्या भोज के साथ की गयी मां दुर्गा की विदाई…

खरसिया ।
माता के दरबार में प्रतिदिन लगता है सब्जी पूरी का भंडारा

नगर में नवरात्र मेला के दौरान जगत जननी मां जगदंबे के दरबार में समितियों द्वारा आए हुए श्रद्धालुओं के लिए सवामणि प्रसाद के अलावा पूरी सब्जी का भी भंडारा विशाल रूप से लगाया जाता है भक्तों द्वारा सब्जी पूड़ी का भंडारा को विशेष रूप से ग्रहण कर माता का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं नगर का प्रमुख नवरात्र मेला खरसिया नगर में दुर्गा उत्सव का मेला देशभर में खास पहचान बना चुका है यहां का दुर्गा उत्सव का मेला छत्तीसगढ़ का शान है यही वजह है कि यहां स्थापित माताओं की प्रतिमा का दर्शन करने के लिए अनेक स्थानों से दूर-दूर से श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंचते हैं।
शहर में शारदीय नवरात्र पर्व को धूमधाम से मनाया गया और मॉ जगत जननी के विविध रूपों की पूर्ण भक्तिभाव से पूरे नौ दिनों तक पूजा अर्चना की गयी। नगरवासियों द्वारा नगर के अनेक स्थानों पर भव्य पंडाल बनाकर मॉ जगत जननी की जींवत प्रतिमा की स्थापना पूर्ण विधि विधान से करते हुए सुबह शाम माता की अराधना की जा रही है, जिससे पूरा शहर माता के भक्ति में रमा हुआ है। वही इस पूरे नौ दिनों में खरसिया नगर का वातावरण पूर्ण रूपेण माता के रंगो में रंगा हुआ है। पूरे प्रदेश में खरसिया का नवरात्र पर्व प्रसिद्ध है और इस प्रसिद्धी को निरंतर बनाये रखने में नगरवासियों ने कोई कोर कसर नहीं छोडा है। जगह जगह भव्य एवं विशाल पंडाल बनाये गये है जहां मनमोहक झांकियॉं बनाई गई वहीं रंग बिरंगी झालरों से पूरे नगर को सजाया गया है।
इस वर्ष 23 अक्टूबर को नगर के लगभग सभी पण्डालों में हवन तथा कन्या भोजन करा कर मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जित कर दी गयी है। कुछ़ पण्डालों में दशहरा के बाद प्रतिमाओं को विसर्जित किया जाता है। ताशा, ढ़ोल नगाड़ों तथा कर्मा पार्टी के साथ मां दुर्गा को विदाई दी गयी। इस वर्ष नगर में चन्द्रयान, स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी, कैलाश मानसरोवर की थीम पर पण्डालों को सजाया गया था, जो कि श्रद्वालुओं के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ था वहीं अनोखे थीम तथा सजावट के लिये प्रसिद्व हमालपारा के पण्डाल में चांद तारे के साथ टाईटेनिक सेल्फि जोन लोगों को खूब लुभा रहा था।
