छत्तीसगढ़ में एक बार फिर से प्रशासन बनाम अधिवक्ता: एसडीएम से ऊंची आवाज में बात, धमकी और सरकारी काम में बाधा को लेकर वकील के खिलाफ FIR दर्ज..

महासमुंद। छत्तीसगढ़ में राजस्व न्यायालय के कर्मचारी और अधिवक्ताओं का आंदोलन साल की शुरुआत में चरम पर था। पूरी कहानी रायगढ़ के राजस्व न्यायालय से शुरू हुई थी। जहां तहसीलदार और अधिवक्ता के बीच कहासुनी ने पूरे छत्तीसगढ़ को हिला दिया था और राजस्व न्यायालय में चल रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मुहिम शुरू कर दी थी। प्रशासन बनाम अधिवक्ता के मामले में 3 वकील जेल भी गए थे। ऐसा ही एक मामला फिर से प्रकाश में आया है। इस बार सरायपाली में ऐसा ही कुछ वाक्या हुआ है। जिसमें एसडीएम के साथ दुर्व्यवहार और सरकारी/न्यायालयीन काम में बाधा को लेकर अधिवक्ता पर अपराध दर्ज किया गया है। मामला महासमुंद जिले के सराईपाली क्षेत्र का है।
सरायपाली एसडीएम हेमंत कुमार नंदनवार ने पुलिस को दिए अपने लिखित आवेदन में बताया है कि “28 नवंबर को न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी (रा) सरायपाली में प्रकरण के सुनवाई के दौरान अधिवक्ता रनदीप सिंह सलूजा के द्वारा न्यायालयीन कार्य में व्यवधान उत्पन्न करते हुए मुझ पीठासीन अधिकारी से ऊंची आवाज में चिल्लाते हुए प्रकरण में आप ऐसा नही कर सकते, आपको अधिकार नहीं है कहा गया। मेरे द्वारा अधिवक्ता को बताया गया कि जो न्यायालय के अधिकार क्षेत्र में है मै वैसा ही लिख रहा हूं परंतु अधिवक्ता द्वारा विरोध किया गया, मेरे द्वारा समझाइस देने के उपरांत भी अधिवक्ता द्वारा पुनः मुझे आप सरकारी सेवक है, हमारा सुनना पड़ेगा। आपको हमसे हद में रहकर बात करना पडेगा। अधिकारी है तो क्या हुआ आप जैसे बहुत सारे देखे है।”
“ऐसा कहकर मेरे साथ दुर्व्यवहार करते हुए दोषारोपण कर धमकी दी गई एवं बार बार न्यायालयीन कार्यो को बाधित किया गया। जिसके कारण न्यायालयीन / शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न / रूकावट हुआ एवं मुझसे वाद विवाद करने से न्यायालय की गरिमा धुमिल हुई। इस दौरान न्यायालय में उपस्थित अधिवक्ता एवं अन्य का पंचनामा तैयार किया गया। जिसकी कॉपी संलग्न है।”
फिलहाल इस मामले में अधिवक्ता का पक्ष नहीं मिल पाया है। एसडीएम के आवेदन के आधार पर महासमुंद जिले के सरायपाली थाने में अधिवक्ता रणदीप सिंह सलूजा के खिलाफ आईपीसी की धारा 186 और 506 के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
आईएएस अफसर और सरायपाली एसडीएम हेंमत रमेश नंदनवार (Saraipali SDM Henmat Ramesh Nandanwar) ने वकिल रनदीप सिंह सलूजा (Advocate Randeep Singh Saluja) के खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंन वकिल पर दुर्व्यवहार करने और सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही न्यायालय की गरिमा धूमिल करने की भी बात कही गई है। इस मामले में पुलिस ने अधिवक्ता के खिलाफ धारा 186, 506 के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
वकिल ने कहा- अधिकारी हो तो क्या हुआ? आप जैसे बहुत देखे है…
शिकायत में एसडीएम नंदनवार ने कहा कि, अधिवक्ता रनदीप सिंह सलूजा ने सुनवाई के दौरान कहा कि, प्रकरण में आप ऐसा नही कर सकते, आपको अधिकार नहीं है। मैनें अधिवक्ता को बताया कि जो न्यायालय के अधिकार क्षेत्र में है मैं वैसा ही लिख रहा हूं। लेकिन अधिवक्ता ने इसका विरोध किया और कहा कि, आप सरकारी सेवक है, हमारा सुनना पड़ेगा, आपको हमसे हद में रहकर बात करना पडेगा, अधिकारी हो तो क्या हुआ? आप जैसे बहुत देखे है।
इस मामले में पुलिस ने अपराध दर्ज कर लिया है और मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।