श्री राम के जन्म पर ऐसा लगा पूरा स्वर्ग लोक ही अयोध्या आ गया हो : राजन महाराज

खरसिया। सियाराम सखा मंडल के युवाओं ने विशाल संगीतमय श्री राम कथा का आयोजन 7 सितंबर से 15 सितंबर दोपहर 3 से 6 तक खरसिया के टाउन हॉल मैदान में करवाया जा रहा है। श्री राम कथा का श्रवणपान कथा व्यास पूज्य श्री राजन जी महाराज के श्री मुख से हो रही है।
आज कथा के तीसरे दिन राजन जी महाराज ने रावण के अत्याचारो के बारे मे बताते हुए आगे कहाँ रावण ने अपने सौतेले भाई कुबेर के ऊपर चढ़ाई कर युद्ध किया और कुबेर से पुष्पक विमान जीत लिया इसी, तरह रावण का आतंक दिनप्रतिदिन बढ़ने लगा ऋषि-मुनियों साधु संतो को बहुत परेशान करने लगा साधु संत यज्ञ करते तो रावण उनके यज्ञ को भंग कर देता यज्ञ को सफल नहीं होने देता उनके बाल पकड़कर घसीट कर उनको भयानक यातना देता था। रावण और असुरों की यातना से पृथ्वी में हाहाकार मच गया था तब ऋषि-मुनियों और देवताओं लोग मिलकर भगवान विष्णु की स्तुति करने लगे थोड़ी देर बाद आकाशवाणी हुई और कहां मैं जल्द ही अवतार लूंगा मेरा जन्म पृथ्वी लोक में सूर्यवंश में होगा। इसी तरह अन्य देव देवताओं लोग भी अलग-अलग रूप धारण कर पृथ्वी पर जाएंगे, ब्रह्मा जी जामवंत बनेंगे भगवान शंकर हनुमान बनेंगे सूर्य नारायण देव सुग्रीव का रूप धारण करेंगे देवलोक के राजा इंद्र बाली बनेंगे विश्वकर्मा भगवान नल और नील बनेंगे इसके बाद सभी देवताओं लोग भगवान के अवतार के पूर्व ही पृथ्वी पर आकर भगवान की प्रतीक्षा करने लगे।
राजन महाराज ने आगे बताया धर्म ध्वजा को धारण किए राजा दशरथ के मन में कई दिनों से चल रहा था कि आगे कैसा होगा मेरे पास पुत्र नहीं है इसी गिलानी को लेकर राजा दशरथ अपने गुरु के पास गए गुरुदेव को अपनी व्यथा बताई गुरुदेव ने कहा आप धीरज धारण कीजिए आपके पास एक नहीं चार पुत्र होंगे चारों महान प्रतापी होंगे वह भक्तों के भगवान होने वाले हैं राजा दशरथ के गुरु वशिष्ठ ने कहा श्रृंगी ऋषि जी से यज्ञ करवाइए, यज्ञ आरंभ हुआ यज्ञ कुंड से स्वयं अग्नि शरण भगवान प्रकट हुए अपने हाथों में प्रसाद लेकर उन्होंने राजा दशरथ को प्रसाद दिया और कहा बराबर बराबर से तीनों रानियों को यह प्रसाद खिला देना भगवान 12 माह तक पेट में रहे, और जैसे ही शुभ शुभ लग्न नजदीक आया पूरी अयोध्या को सजाया गया मानो देवी देवताओं भी आज अयोध्या में आ गए हो चारों तरफ बहुत ही हर्ष का माहौल था ऋषि मुनि देवी-देवताओं बहुत ही खुश नजर आ रहे थे जैसे ही जन्म का समय आया दोपहर 12:00 बजे भगवान राम का जन्म हुआ सभी लोग स्तुति करने लगे खुशियां मनाने लगे हर कोई भगवान के बाल रूप को देखना चाहता था। आज राम जन्म की कथा में हजारों लोग उपस्थित होकर भगवान राम के जन्मोत्सव का आनंद लिया।