फेसबुक के माध्यम से अश्लील वीडियो काॅल कर रकम उगाही करने वाला राजस्थान का अंतर्राज्यीय आरोपी गिरफ्तार, फेसबुक में महिलाओं के नाम से फर्जी आईडी बनाकर लोगों को लेता था झांसे में…

रायपुर। प्रार्थी निवासी आरंग ने थाना आरंग में रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसके फेसबुक आईडी में दिनांक 24.06.21 को रोहिनी शर्मा नामक युवती का फ्रेंड रिक्वेस्ट आया था जिसे प्रार्थी द्वारा स्वीकार किया गया तत्पश्चात कुछ दिनों तक बात करने के बाद रोहिनी शर्मा ने प्रार्थी का व्हाट्सएप नंबर मांगा जिस पर प्रार्थी ने अपना व्हाट्सएप नंबर दे दिया। 04 दिनों तक बात होने के बाद दिनांक 28.06.21 को उसकी ओर से प्रार्थी के व्हाट्सएप में वीडियो काॅल आया, जिसमें उसकी ओर से अश्लील हरकते होने लगी जिससे प्रार्थी अपना आपा खो बैठा और उसकी बातों में आकर उसके बोलेनुसार अश्लील हरकत किया। दिनांक 29.06.21 को रोहिनी शर्मा द्वारा वीडियो काॅल करके प्रार्थी की अश्लील विडियो को रिकार्ड कर प्रार्थी के फेसबुक के मित्रों का मैसेंजर पर शेयर किया और अलग-अलग मोबाईल नंबरों से काॅल कर प्रार्थी से पैसे की डिमांड कर ब्लैकमेल किया जिस पर प्रार्थी ने उसके बताये खाते में 37,000 रूपए भेज दिया। उसके बाद भी रोहिनी शर्मा द्वारा प्रार्थी से लगातार पैसों की मांग कर धमकी देकर ब्लैकमेल किया जा रहा था। जिस पर प्रार्थी की रिपोर्ट पर आरोपी के विरूद्ध थाना आरंग में अपराध क्रमांक 337/21 धारा 384 भादवि का अपराध पंजीबद्ध किया गया। घटना को पुलिस उपमहानिरीक्षक अजय यादव द्वारा गंभीरता से लेते हुये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण तारकेश्वर पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध अभिषेक माहेश्वरी, प्रभारी सायबर सेल वीरेन्द्र चन्द्रा एवं थाना प्रभारी आरंग एल.डी. दीवान को आरोपी की पतासाजी कर गिरफ्तार करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में सायबर सेल एवं थाना आरंग की संयुक्त टीम का गठन कर आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थी से विस्तृत पूछताछ किया गया। सायबर सेल की तकनीकी टीम द्वारा आरोपी के फेसबुक आईडी को विश्लेषित करने पर जानकारी प्राप्त हुई कि किसी अज्ञात आरोपी द्वारा रोहिनी शर्मा के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर प्रार्थी को अपने झांसे में लेकर शिकार बनाया गया है। जिस पर अज्ञात आरोपी की गिरफ्तारी में लगी टीम के सदस्यों द्वारा जिन मोबाईल नंबरों से प्रार्थी के मोबाईल फोन पर काॅल आया था, उन मोबाईल नंबरों का तकनीकी विश्लेषण कर प्रार्थी द्वारा जिस बैंक खाता में रकम स्थानांतरित किया गया था उस बैंक खाता के संबंध में भी संबंधित बैंक से जानकारी प्राप्त करने के साथ ही अज्ञात आरोपी के संबंध में कई अन्य साक्ष्य एकत्र किये गये। अज्ञात आरोपी के संबंध में प्राप्त उक्त सभी तथ्यों, जानकारी एवं साक्ष्यों का लगातार विश्लेषण करते हुये अंततः आरोपी को चिन्हांकित करने में सफलता मिली तथा आरोपी की पहचान लियाकत खान के रूप में करते हुये आरोपी की उपस्थिति राजस्थान के जिला अलवर में होना पाया गया। जिस पर थाना आरंग के उपनिरीक्षक टी.आर. साहू के नेतृत्व में सायबर सेल की 04 सदस्यीय टीम को राजस्थान अलवर रवाना किया गया। टीम द्वारा अलवर में पड़ताल प्रारंभ करने पर यह सुनिश्चित हुआ कि आरोपी द्वारा बहुत ही सर्तकता से अपनी स्वयं की पहचान छिपाते हुये इस तरह की वारदात को अंजाम दिया गया है। आरोपी द्वारा उपयोग किये गये मोबाईल नंबर व बैंक खातों के नाम व पते दूसरों के होने के साथ ही अन्य राज्यों के थे, जो पूर्णतः फर्जी थे। मोबाईल नंबरों एवं बैंक खाता का उपयोग सिर्फ और सिर्फ वारदात को कारित करने के लिए किया गया था। अलवर में कैम्प कर रही टीम को तकनीकी विश्लेषण के आधार पर घटना के आरोपी लियाकत खान के निवास स्थान के संबंध में अहम सुराग प्राप्त हुआ। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा आरोपी लियाकत खान को गिरफ्तार करने में सफलता मिली। प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर आरोपी लियाकत खान से कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा उक्त घटना को कारित करना स्वीकार किया गया। पूछताछ में आरोपी लियाकत खान पिता हनीफ खान उम्र 39 साल निवासी ग्राम कजोता पोस्ट चिमरौली थाना लक्ष्मणगढ़ जिला अलवर राजस्थान हाल नारंगी खान का मकान पुराना अनाज मंडी के पीछे मालाखेड़ा थाना मालाखेड़ा जिला अलवर राजस्थान ने बताया कि वह अलग-अलग महिलाओं के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता था। फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने वाले लोगों से वह कुछ दिनों तक फेसबुक में चैट करने के बाद पीड़ित से उसका व्हाट्सएप नंबर प्राप्त कर लेता था। आरोपी, पीड़ित को अपने झांसे में लेकर दूसरे मोबाईल फोन से एप्लीकेशनों के माध्यम से अश्लील विडियो चालू कर पीड़ित के व्हाट्सएप नंबर में अश्लील वीडियो काॅल कर पीड़ित को भी अश्लील हरकतें करने कहता था। इसी दौरान आरोपी पीड़ित के अश्लील हरकतों का वीडियो रिकार्ड कर लेता था एवं वह पीड़ितों को फोन कर उनके अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर ब्लेकमेल करता था जिससे पीड़ित डर से आरोपी द्वारा बताये खातों में रकम भेज देते थे। आरोपी द्वारा अब तक देश भर के अलग-अलग राज्यों में 50 से अधिक पीड़ितो को अपना शिकार बनाते हुये पीड़ितों से लाखों रूपये की उगाही की गई है। आरोपी के पास उड़ीसा और असम राज्य का मोबाईल नंबर है जिसे वह राजस्थान के भरतपुर से लिया था साथ ही उसके द्वारा यह भी बताया कि भरतपुर में किसी भी राज्य का मोबाईल नंबर आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। आरोपी द्वारा उपयोग किये जाने वाला खाता पूर्णतः फर्जी है। आरोपी द्वारा फर्जी दस्तावेजों के माध्यमों से आॅन लाईन फर्जी खाता खोलकर असम के फर्जी मोबाईल नंबर को रजिस्ट्रर्ड किया गया था। आरोपी की निशानदेही पर उसके कब्जे से घटना से संबंधित नगदी 19,000 रूपये, 02 नग मोबाईल फोन, 03 नग सिम कार्ड एवं ए.टी.एम. कार्ड जप्त किया गया है। आरोपी को गिरफ्तार कर उसके विरूद्ध अग्रिम कार्यवाही किया गया।
तरीका वारदात –
वर्तमान में इस प्रकार की कई घटनायें लगातार सामने आ रहीं है। इस प्रकार की घटनाओं में अज्ञात आरोपियों द्वारा महिलाओं के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर फ्रेण्ड रिक्वेस्ट भेजकर दोस्त बनाया जाता है तथा धीरे-धीरे पीड़ितों का विश्वास व भरोसा जीतकर व्हाट्सएप नंबर प्राप्त कर लिया जाता है तथा आरोपी द्वारा पीड़ित के व्हाट्सएप नंबर में अश्लील विडियो काॅल कर पीड़ित को भी अश्लील हरकतें कहने कहा जाता है। इस दौरान आरोपी 02 मोबाईल फोन का उपयोग करते है, एक मोबाईल फोन से आरोपी चैट करते है एवं दूसरे मोबाईल फोन से एप्लीकेशनों के माध्यम से अश्लील विडियो चालू कर पीड़ित की अश्लील हरकतों के विडियों को कैप्चर कर रिकार्ड कर लेते है तथा उसी वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर पीड़ित से पैसों की मांग कर उगाही करते है। आरोपी अपनी पहचान गोपनीय रखने के लिए अपराध में उपयोग किये गये सिम व मोबाईल को नष्ट कर देने के साथ ही फर्जी फेसबुक आई डी को भी डि-एक्टिवेट कर देते है तथा इनके द्वारा दिये गये सभी बैंक खाते भी फर्जी होते है। आरोपी को गिरफ्तार करने एवं मशरूका बरामद करने में उपनिरीक्षक टी.आर. साहू थाना आरंग, सायबर सेल से प्र.आर. महेन्द्र राजपूत, राधाकांत पाण्डेय, आर. हिमांशु राठौर एवं विकास क्षत्री की महत्वपूर्ण भूमिंका रहीं