ममता के किले में शाह की सियासी स्ट्राइक, दस MLA, 1 सांसद और 1 मंत्री ने थामा BJP का हाथ, अमित शाह बोले, चुनाव तक ममता अकेली रह जाएंगी….

पश्चिम बंगाल। आगामी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. आज मिदनापुर की रैली में गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में टीएमसी से लंबे वक्त से नाराज़ चल रहे मंत्री शुभेन्दु अधिकारी ने बीजेपी का दामन थाम लिया. उनके अलावा टीएमसी सांसद सुनील मंडल और टीएमसी, लेफ्ट और कांग्रेस के 10 अन्य विधायकों ने भी बीजेपी में आधिकारिक तौर पर एंट्री की।
ममता के किले में सेंध लगाने के बाद गृह मंत्री अमित शाह रैली में उन पर जमकर बरसे. अमित शाह ने कहा, “कुछ बड़बोले नेताओं ने कहा कि बंगाल में तृणमूल को कोई हरा नहीं सकता।
मैं उनको याद कराना चाहता हूं कि सांसद के चुनाव के अंदर कहते थे कि बीजेपी का खाता नहीं खुलेगा. हमारे दिलीप घोष की आध्यक्षता और मोदी जी के नेतृत्व में 18 सीटें बीजेपी ने जीती हैं.” उन्होंने कहा कि चुनाव तक ममता अकेली रह जाएंगी।
अमित शाह ने ममता पर आरोप लगाया, “बीजेपी में जो लोग आज आ रहे हैं वो मां माटी मानुष के नारे के साथ निकले थे. लेकिन ममता दीदी की सरकार ने मां माटी मानुष के नारे को टोलबाजी, तुष्टीकरण और भतीजावाद में परिवर्तित कर दिया.”
उन्होंने कहा कि ममता ने कांग्रेस छोड़ी, क्या वो दल बदल नहीं था. उन्होंने कहा कि सभी पार्टियों से आज अच्छे लोग बीजेपी में शामिल हुए. मां माटी मानुष के नारे को हफ्ता वसूली में बदल दिया. साथ ही उन्होंने दावा किया कि इस बार 200 सीटों के साथ बीजेपी की सरकार बनेगी।
अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी ने मां, मानुष और माटी के नारे को भ्रष्टाचार, तोलाबाजी और भतीजावाद में बदल दिया है. अमित शाह ने ममता बनर्जी को संबोधित करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में भी टीएमसी के लोग कहते थे कि बीजेपी का खाता भी नहीं खुलेगा, लेकिन बीजेपी ने 18 सीटें जीतीं, अमित शाह ने कहा कि जब विधानसभा चुनाव के नतीजे आएंगे तो बीजेपी 200 से अधिक सीटों के साथ सरकार बनाएगी।
अपने भाषण में शाह ने ममता बनर्जी को ही निशाने पर रखा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि इस महान भूमि को प्रणाम करता हूं, जहां शिक्षा शास्त्री ईश्वरचंद्र विद्यासागर और शहीद खुदीराम बोस का जन्म हुआ। 18 साल का लड़का हाथ में गीता लेकर हंसते-हंसते फांसी पर झूल गया। उनकी शहादत के बाद लोगों में खुदीराम की धोती पहनने की होड़ लग गई थी।