महाराज अग्रसेन जयंती का सादगी पूर्ण आयोजन सराहनीय – सुनील अग्रवाल

खरसिया।
अग्र समाज का गौरवशाली इतिहास
अग्रवाल समाज के आराध्य महाराज अग्रसेन की जयंती सादगी पूर्ण मनाये जाने के निर्णय को स्वागतेय बताते हुए सुनील अग्रवाल ने बताया की महाराज अग्रसेन की तपस्या से प्रसन्न होकर माँ लक्ष्मी ने उन्हे दर्शन देकर नया राज्य बनाने का निर्देश दिया उस नये राज्य का नाम अग्रेयगण या अग्रोदय रखा गया उसी जगह पर अग्रोदय की राजधानी अग्रोहा की स्थापना की गई। यह जगह आज के हरियाणा के हिसार के पास हैं आज भी यह स्थान अग्रवाल समाज के लिए पांचवे धाम के रूप में पूजा जाता है, वर्तमान में अग्रोहा विकास ट्रस्ट ने बहुत सुंदर मन्दिर, धर्मशालाएं आदि बनाकर यहां आने वाले लोगो के लिए सुविधायें जुटा दी है। २४ सितंबर १९७६ में भारत सरकार द्वारा २५ पैसे का डाक टिकट महाराजा अग्रसेन के नाम पर जारी कर महाराजा अग्रसेन को भारत सरकार द्वारा सम्मानित किया गया। सन १९९५ में भारत सरकार ने दक्षिण कोरिया से ३५० करोड़ रूपये में एक विशेष तेल वाहक पोत (जहाज) खरीदा, जिसका नाम महाराजा अग्रसेन रखा गया। राष्ट्रीय राजमार्ग -१० का आधिकारिक नाम महाराजा अग्रसेन पर है। दिल्ली कनॉट प्लेस के पास हैली रोड में स्थित अग्रसेन बावली ६० मीटर लम्बी व १५ मीटर चैड़ी है जहां पुरातत्वीय स्थल और अवशेष अधिनियम १९५८ के तहत भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की देखरेख में हैं। सन २०१२ में भारतीय डाक अग्रसेन की बावली पर डाक टिकट भी जारी किया गया है। ऐसे आराध्य देव की जयन्ती सादगी पूर्ण तरीके से मनाए जाने के निर्णय का स्वागत करते हुये सुनील अग्रवाल ने कहा कि इस वर्श कोरोना महामारी के संक्रमण को देखते हुये इस रोग से बचना व बचाना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए जिसका पालन करते हुये खरसिया नगरवासियों के द्वारा अग्रसेन जयंती को सादगी पूर्ण ढ़ंग से मनाया जा रहा है जो एक सराहनीय पहल होने के साथ साथ अन्य समाज के लिये एक आदर्श भी प्रस्तुत करेगा, सुनील अग्रवाल ने अपील की है कि अग्रसेन जयंती के दिन अपने अपने घरों के बाहर दीपक जरूर प्रज्वलित करें।