इस दवा की खुली बिक्री पर गवर्नमेन्ट को लगानी पड़ी रोक…..लगातार स्टॉक की जानकारी हो रही अपडेट….

पूरे प्रदेश में मलेरिया की दवा हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन की दवा खुला बेचने पर रोक लगा दी गई है। सरकार के निर्देश के अनुसार इस दवा को अब बिना बिना डॉक्टर के पर्ची के देना मना कर दिया गया है।
कोरोना संक्रमण के दौरान अचानक सुर्खियों में आई मलेरिया की दवा हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन की खुली बिक्री पर लगी रोक।
अब बगैर चिकित्सक की सलाह पर यह दवा नहीं मिल पाएगी। सरकार द्वारा जिले के दवा निरीक्षकों को दिए गए निर्देश के बाद इसके लिए औषधि विक्रेताओं को निर्देश जारी कर दिए गए है। विभाग इसके लिए सभी दवा दुकानों से इसके स्टॉक की लगातार जानकारी अपडेट कर रहा है।
कोरोना संक्रमण के दौरान देश में प्रचलित मलेरिया की दवा हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन को कोरोना संक्रमण के लिए एक कारगर दवा के तौर पर दावा किया जा रहा था, इसी दौरान यह उस समय अचानक सुर्खियों में आई जब अमेरिका सहित अन्य कई देशों ने भारत सरकार से इसकी आपूर्ति की मांग रखी। अन्य देशों से इसकी मांग को देखते हुए जिले के कई हिस्सों में भी इसके बगैर जरूरत को देखते हुए खरीदने की जानकारी सामने आने लगी। जिसको देखते हुए एहतियातन खाद्य एवं औषधि नियंत्रण बोर्ड ने इसकी खुली बिक्री पर लगाम लगाने की तैयारी कर ली। इसी निर्देश अब जिला औषधि निरीक्षकों ने अपने-अपने क्षेत्र के दवा दुकान में इसकी खुली बिक्री पर रोक लगा दी है और इसके स्टॉक को लगातार अपडेट कर रहा है। प्रतापपुर क्षेत्र के औषधि निरीक्षक अमरेश तिर्की ने बताया कि इसकी खुली बिक्री के पीछे रोक का कारण यह है कि कोरोना संक्रमण को लेकर किये जा रहे दावे के बीच नागरिक इसका दुरुपयोग न करे व बगैर चिकित्सीय सलाह के इसका उपयोग न करे। इसलिए अब जरूरत पड़ने पर एमबीबीएस चिकित्सक इस दवा की जरूरत पर मरीजों को यह दवा लिख सकेंगे, जो किसी भी दवा दुकान में उपलब्ध हो जाएगी। उन्होनें बताया कि इसके लिए सभी दवा विक्रेताओं से उनके स्टॉक की जानकारी ले ली गई है, और इसकी बिक्री को लेकर लगातार अपडेट ली जा रही है। इधर प्रतापपुर नगर में संचालित 7 दवा दुकानों में इसके स्टॉक की जानकारी लिए जाने के साथ गंभीरता से निर्देश का पालन कराया जा रहा है।