सख्ती : देखें कैसे अरबों के मालिक अब सलाखों के पीछे बिता रहे अपनी रात

जिस सुरप्रीत सूरी की खाने की थाली लगाने के लिए चार-पांच नौकर लगते थे और वह आलीशान बंगले में मखमली बिस्तर पर चैन की नींद सोता था। उसके लिए सोमवार की रात काफी कष्टकारी रही, जमीन पर करवटें बदलते हुए उसकी पूरी रात गुजरी। खाना प्लास्टिक प्लेट में खाना पड़ा।सुरप्रीत अकेला नहीं और भी अरबपति ऐसे हैं जो जेल में बंदी की तरह जीवन काट रहे हैं और जिस ऐशो-आराम और शानो-शौकत के लिए वह जाने जाते थे वह अब उन्हें नसीब नहीं, बल्कि वह सामान्य बंदी की तरह ही सलाखों के पीछे जीवन काट रहे हैं।आईएएस अधिकारी और नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना विकास प्राधिकरण के सीईओ रहते हुए पूरी शान-शौकत और रूतबे के साथ जीवन जीने वाले पीसी गुप्ता भी 23 जून 2018 से सलाखों के पीछे बंद हैं और जेल की बैरक में सामान्य बंदियों के साथ ही रहते हैं। उन पर आरोप है कि यमुना विकास प्राधिकरण में जमीन अधिग्रहण के दौरान 126 करोड़ का घोटाला किया।
वहीं नोएडा प्राधिकरण के बॉस रहे यादव सिंह की तूती बोलती थी और वह तीनों ही प्राधिकरणों के चीफ इंजीनियर थे। जिनकी इजाजत के बिना प्राधिकरण में कोई फैसला नहीं होता था। यादव सिंह के खिलाफ सीबीआई ने 954.38 करोड़ रुपये के घोटाले के संबंध में मुकदमा दर्ज कराया था। 3 फरवरी 2016 को यादव सिंह को गिरफ्तार किया गया था। वह तभी से गाजियाबाद की डासना जेल में बंद हैं और वहीं पर सामान्य बंदियों की तरह रह रहे हैं।

बेचैनी में कटी रात
एसडीएम दादरी राजीव राय ने बताया कि सौ करोड़ की बकाये की वसूली के लिए सुरप्रीत सूरी को गिरफ्तार कर राजस्व हवालात में डाला गया है। उसकी सोमवार की रात हवालात में बेचैनी में कटी है, वह पूरी रात करवटें ही बदलता रहा, उससने पूरी तरह से चुप्पी साधे रखी, उसे सोने के लिए कंबल दिए गये और वह उन्हें ही फर्श पर बिछा कर सोया। एक बंदी की तरह ही उसे सामान्य खाना दिया जा रहा है।
शिकंजे में सपनों के सौदागर
अनिल शर्मा : आम्रपाली ग्रुप के सीएमडी अनिल शर्मा और अन्य दोनों निदेशक शिवप्रिया और अजय कुमार भी 1 मार्च 2019 से जेल में हैं और वह सलाखों के पीछे रहकर सामान्य बंदी की तरह ही जीवन व्यतीत कर रहे हैं। जबकि कुछ समय पहले तक वह अपनी लग्जरी लाइफ और पार्टियों के लिए पहचान रखते थे। उन्हें जेल भेजने से पहले छह माह तक पुलिस ने एक होटल में भी नजर बंद रखा था।
संजय भाटी :
बाइक बोट के नाम से हुए घोटाले के मुख्य आरोपी संजय भाटी, जिन्होंने रेंज रोवर जैसी सैकड़ों गाड़ियां गिफ्ट में बांटी थीं और पुलिस की मानें तो नोएडा के इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला बाइक बोट है, जिसमें करीब आठ लाख से अधिक लोगों को ठगा गया है। इसका मुख्य आरोपी संजय भाटी भी जून 2019 से लुक्सर जेल में है और जेल में ही वह बंदियों की तरह खाना खाकर फर्श पर सो रहा है।
अनुभव मितल :
लाइक के नाम पर साढ़े छह लाख लोगों से हजारों करोड़ की ठगी करने वाले अनुभव मितल फरवरी 2017 से और उनकी पत्नी आयुषी मितल दिसंबर 2017 से जेल में है। वह अपनी पार्टियों के लिए विशेष पहचान रखते थे, अनुभव की बर्थडे पार्टी में सनी लियोनी समेत अनेक बॉलीवुड के कलाकार बुलाये जाते थे। यह अनुभव मित्तल भी बंदियों के साथ बैरक में बंद है।