नाइजीरिया को भारत से मिलेंगे प्रंचड लड़ाकू हेलीकॉप्टर, बदल जाएगी अफ्रीकी देश की सेना की किस्मत, जानें खासियत…

अबुजा।
फाइनेंशियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, नाइजीरियाई सेना के अधिकारियों ने रोटरी विंग अकादमी में एचएएल के ध्रुव हेलीकॉप्टरों के लिए ट्रेनिंग पूरी कर ली है। फिलहाल एचएएल और नाइजीरियाई अधिकारियों के बीच चर्चा चल रही है और जल्द ही इससे जुड़े समझौते को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। एलसीएच, एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर ध्रुव का एक वेरिएंट है। इसमें स्टील्थ तकनीक, बख्तरबंद सुरक्षा प्रणाली और क्रैश-योग्य लैंडिंग गियर जैसी कई मॉर्डन फैसिलिटी हैं।
भारतीय वायु सेना (आईएएफ) और भारतीय सेना ने पहले ही एलसीएच को अपने बेड़े में इंटीग्रेट कर लिया है। फिलहाल रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और एचएएल के साथ चल रहे सहयोग का उद्देश्य हेलीकॉप्टर की हथियार और परिचालन क्षमताओं को बढ़ाना है। एलसीएच का समुद्र तल, रेगिस्तानी क्षेत्रों और सियाचिन के कठोर वातावरण सहित विभिन्न परिस्थितियों में कठोर परीक्षण किया गया है। इसे आधिकारिक तौर पर फरवरी 2020 में उत्पादन के लिए तैयार घोषित किया गया था।नाइजीरिया ने क्यों दिखाई एलसीएच में दिलचस्पी
एलसीएच के लिए नाइजीरियाई सेना की रुचि उसकी मारक क्षमता और आतंकवाद विरोधी क्षमताओं की वजह से है। नाइजीरिया अपने सैन्य अभियानों के लिए 12 जुड़वां इंजन वाले लड़ाकू हेलीकॉप्टरों की मांग कर रहा है। नाइजीरिया ने एचएएल, एयरबस और तुर्की के टीएआई सहित कई वैश्विक निर्माताओं से इसके लिए संपर्क किया। एचएएल का एलसीएच अपनी खूबियों की वजह से नाइजारिया को लुभा रहा है। हेलीकॉप्टरों की खरीद के अलावा एचएएल ट्रेनिंग प्रोग्राम के जरिए भी नाइजीरियाई सेना को मदद कर रहा है।