चुनाव आयोग ने चुनावी राज्य के डीजीपी को किया निलंबित,जाने मामला…

नईदिल्ली। चुनाव आयोग ने बड़ा एक्शन लेते हुए अब से कुछ देर पहले तेलंगाना के डीजीपी अंजनि कुमार को सस्पेंड कर दिया है। डीजीपी के खिलाफ आयोग को जानकारी मिली थी कि वे काउंटिंग के दौरान कांग्रेस की तरफ रुझान बढ़ते ही संभावित मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से मिलने उनके बंगले पहुंच गए थे। उनके अलावा दो और आईपीएस रेड्डी से मिलने गए थे। आयोग ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है। अंजनि कुमार 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्हें केसीआर सरकार ने डीजीपी बनाया था। मगर कांग्रेस की सरकार बनते देख वे रेड्डी से मिल अपनी कुर्सी सुरक्षित करने पहुंच गए…यह उन्हें भारी पड़ गया। चुनाव आयोग ने उन्हें निलंबित कर दिया.
फूलों के गुलदस्ते के साथ पहुंचे डीजीपी
सूत्रों ने कहा कि मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में चुनाव आयोग ने कड़ी कार्रवाई की, क्योंकि डीजीपी ने दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ हैदराबाद में अपने आवास पर फूलों के गुलदस्ते के साथ राज्य कांग्रेस अध्यक्ष और एक उम्मीदवार अनुमुला रेवंत रेड्डी से मुलाकात की। चुनावी रुझानों में कांग्रेस की बढ़त के दौरान ही डीजीपी ने कांग्रेस अध्यक्ष के आवास पर पहुंच गए।
योग्य पुलिस अधिकारी को कार्यभार सौंपने का आदेश
बैठक में डीजीपी के साथ राज्य पुलिस के नोडल अधिकारी संजय कुमार जैन और नोडल अधिकारी (व्यय) महेश एम भागवत भी मौजूद थे। चुनाव आयोग ने आदेश दिया कि राज्य के अगले वरिष्ठतम योग्य पुलिस अधिकारी को तुरंत ही तेलंगाना पुलिस महानिदेशक का प्रभार सौंपा जाए। सूत्रों ने कहा कि चुनाव आयोग ने यह कदम उठाया, क्योंकि डीजीपी की कार्रवाई चुनाव आचार संहिता और प्रासंगिक आचरण नियमों का स्पष्ट उल्लंघन थी और इससे अन्य कनिष्ठ अधिकारियों को गलत संदेश जाएगा।