CBI के इस जांबाज अफसर को मिलेगा राष्ट्रपति पुरुस्कार, जिसने 6 फ़ीट की दीवार फांदकर पी. चिदंबरम को दबोचा…

CBI के इस जांबाज अफसर को मिलेगा राष्ट्रपति पुरुस्कार, जिसने 6 फ़ीट की दीवार फांदकर पी. चिदंबरम को दबोचा…

दिल्ली।

6 फुट ऊंची दीवार फांदकर पी. चिदंबरम को दबोचने वाले सीबीआई के अफसर को गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रपति पुरस्कर से सम्मानित किया गया है।

ये अधिकारी कोई और नहीं बल्कि डीएसपी रामास्वामी पार्थसारथी हैं.  पार्थसारथी उन 28 सीबीआई अधिकारियों में से एक हैं, जिन्हें ये सम्मान मिला. बता दें कि 6 फुट की दीवाल कूद कर चिदंबरम को गिरफ़्तार किया था. चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया केस में गिरफ़्तार किया गया था. पार्थसारथी के बारे में एक और बात जानने लायक है कि वो काफ़ी नरमी से लोगों से बातें करते हैं, लेकिन जब बात प्रोफेशन की आती है तो वो कड़ा रुख अख्तियार करते हैं।

रामास्वामी पार्थसारथी ने शुरुआत में टीम बतौर डीएसपी ज्वाइन किया था, लेकिन बाद में वो प्रमोट होकर ज्वाइंट डायरेक्टर बने थे. पार्थसारथी ने ही पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को भी गिरफ़्तार किया था. आईपीएस ऑफिसर धीरेन्द्र शुक्ला को भी प्रेसिडेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है. उन्होंने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह ने जुड़े मामले में भी जांच की थी।

धीरेंद्र शुक्ला ने उस टीम का भी नेतृत्व किया था जो रोशन अंसारी को संयुक्त अरब अमीरात से भारत लाने में सफल भूमिका निभाई थी. रामास्वामी पार्थसारथी और धीरेंद्र शुक्ला के अलावा विनय कुमार, निर्भय कुमार, एसपी मनोज वर्मा, दीपतेंदू भट्टाचार्य, राजेश सिंह, ओम प्रकाश बिश्नोई, संजय कुमार भाट, रबि नारायण त्रिपाठी, मुकेश वर्मा, नितेश कुमार, बरुण कुमार सरकार, नारायण चंद्र साहू, नंद किशोर, नूर अली शेख और रोहिताश कुमार धिनवा को भी विशिष्ट सेवा के लिए पुलिस पदक सम्मान देने की घोषणा की गई है।

क्या है आईएनएक्स मीडिया केस?

विदेशी निवेश की आड़ में फॉरन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड में चल रहे ‘खेल’ का खुलासा 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले की जांच के दौरान एयरसेल-मैक्सिस डील की जांच से होनी शुरू हुई. इस डील में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर ही ईडी टीम का ध्यान मैक्सिस से जुड़ी कंपनियों से तत्कालीन वित्त मंत्री चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम से जुड़ी कंपनियों में पैसे आने पर गया. जब ईडी मामले की तह तक पहुंची तो इस केस में घूसखोरी की परतें एक के बाद एक खुलती चली गईं. आईएनएक्स के प्रमोटर इंद्राणी मुखर्जी के सरकारी गवाह बनने के बाद चिदंबरम पर शिकंजा कसना शुरू हो गया. इसके बाद चिदंबरम की कड़ी मशक्कत के बाद गिरफ्तारी हुई और फिर उन्हें जेल जाना पड़ा. कुछ दिनों पहले ही वह जमानत पर जेल से रिहा हुए हैं।

Sunil Agrawal

Chief Editor - Pragya36garh.in, Mob. - 9425271222

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