पीएम आवास के नाम पर रिश्वतखोरी, वन विभाग का रेंजर 15 हजार की घूस लेते एसीबी के हत्थे चढ़ा…

पीएम आवास के नाम पर रिश्वतखोरी, वन विभाग का रेंजर 15 हजार की घूस लेते एसीबी के हत्थे चढ़ा…

छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। रायगढ़ जिले के खरसिया वन परिक्षेत्र के रेंजर टी.पी. वस्त्रकार को प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत भूमि उपलब्ध कराने के नाम पर 15,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई तब की गई जब ग्राम पंचायत खड़गांव के सरपंच बजरंग सिदार ने इसकी शिकायत दर्ज कराई थी।सरपंच बजरंग सिदार से रेंजर ने 25,000 रुपये की मांग की थी। लेकिन सरपंच ने रिश्वत देने से इनकार करते हुए बिलासपुर एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को इसकी सूचना दी। शिकायत के बाद ACB ने योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाया और रेंजर को मदनपुर डीपो में 15,000 रुपये की पहली किश्त लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।



रेंजर वस्त्रकार का हाल ही में हुआ था तबादला :-





ताम्रध्वज वस्त्रकार को कुछ महीने पहले ही धरमजयगढ़ वन मंडल से रायगढ़ वन मंडल के खरसिया रेंज में स्थानांतरित किया गया था। नई पोस्टिंग के कुछ ही समय बाद वह भ्रष्टाचार के मामले में फंस गया।



रेस्ट हाउस बना था घूसखोरी का अड्डा :-



बताया जा रहा है कि रेंजर वस्त्रकार ने खरसिया के रेस्ट हाउस में बैठकर कई लोगों से अवैध लेन-देन किया है। प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए जमीन आबंटन कराने के नाम पर गांव वालों से रिश्वत मांगने का यह पहला मामला नहीं हो सकता। एसीबी अब इससे जुड़े अन्य मामलों की भी जांच कर सकती है।



गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पेशी :-



गिरफ्तारी के बाद रेंजर वस्त्रकार को रायगढ़ न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। फिलहाल, एसीबी उससे पूछताछ कर रही है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या इस भ्रष्टाचार में अन्य अधिकारी भी शामिल हैं।



वन विभाग में हड़कंप, अन्य अधिकारियों की भी हो सकती है जांच :-

इस कार्रवाई के बाद वन विभाग में हड़कंप मच गया है। सूत्रों की मानें तो ACB अब उन अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच कर सकती है, जो भ्रष्टाचार में लिप्त हो सकते हैं।

भ्रष्टाचार पर एसीबी का कड़ा रुख :-



छत्तीसगढ़ में सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। लेकिन एसीबी की इस ताबड़तोड़ कार्रवाई से यह स्पष्ट संकेत मिल रहा है कि रिश्वतखोरी करने वाले सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ अब सख्त कदम उठाए जाएंगे।



जनता से अपील: रिश्वतखोरी की सूचना दें :-



ACB अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि यदि कोई भी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी रिश्वत की मांग करता है, तो तुरंत इसकी शिकायत करें। इससे भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जा सके और सरकारी योजनाओं का लाभ सही लोगों तक पहुंच सके।

Sunil Agrawal

Chief Editor - Pragya36garh.in, Mob. - 9425271222

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