डॉ. राम विजय शर्मा, इतिहासकार एवं पुरातत्वविद् रायपुर को अन्तर्राष्ट्रीय एजुकेशन अवार्ड से नवाजा गया

रायपुर।
उल्लेखनीय है कि डॉ. राम विजय शर्मा ने मिरतुर में ब्रह्माजी के मंदिर की खोज किया था। जो बीजापुर जिले, भैरमगढ़ तहसील के अंतर्गत है। जहां ब्रह्मा जी का मेला लगता है। इसी तरह उन्होंने नारायणपुर के प्राचीन शिव मंदिर की खोज किया। जो विश्व में अद्वितीय है। जिसके गर्भगृह में मिथुन मुर्तियां बनी है। जबकि भारत तथा विश्व के अन्य मंदिरों में बाहरी दिवारों पर मिथुन मुर्तियां बनी है। इसी तरह उन्होंने आदिवासी महाकवि कालीदास की जन्मस्थली मृगाडांड़ की खोज किया है। जो कि सरगुजा जिले के उदयपुर तहसील के अंतर्गत एक रामायणकालीन प्राचीन आदिवासी गांव है।

इसी तरह उन्होंने हजारों ताड़पत्रों ग्रंथों तथा प्राचीन मुर्तियों की खोज किया जिससे छत्तीसगढ़ की संस्कृति का विश्व में प्रचार-प्रसार हुआ। अंतर्राष्ट्रीय एजुकेशन अवार्ड से नवाजे जाने पर राजिम, बसना, सक्ती, खरसिया, मुंगेली, सरगुजा, रायपुर तथा बस्तर के आदिवासी समाज साहित्यकार, इतिहासकार तथा कृषक समाज एवं संत समाज ने डॉ. शर्मा को बधाई दी है।