भारत की हाइपरसोनिक मिसाइल से यूं ही नहीं खौफ में पाकिस्‍तानी व‍िशेषज्ञ, चीन का ‘कवच’ भी होगा फेल, समझें डर

भारत की हाइपरसोनिक मिसाइल से यूं ही नहीं खौफ में पाकिस्‍तानी व‍िशेषज्ञ, चीन का ‘कवच’ भी होगा फेल, समझें डर

भारत ने पहली बार लंबी दूरी तक मार करने वाली हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण करके दुनिया को अपनी अजेय ताकत का प्रदर्शन किया है। भारतीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को इस हाइपरसोनिक मिसाइल के टेस्‍ट का वीडियो पोस्‍ट करके भारत की ऐतिहासिक सफलता का ऐलान किया। भारतीय मिसाइल 1500 किमी तक कहीं भी तबाही मचाने में सक्षम है। बताया जा रहा है कि इसकी गति करीब 6 मैक की थी। हालांकि अभी इसकी आध‍िकारिक पुष्टि नहीं हुई है। इसके साथ ही भारत अब रूस, चीन और अमेरिका के उस चुनिंदा समूह में शामिल हो गया है जिनके पास हाइपरसोनिक मिसाइले हैं। हाइपरसोनिक मिसाइलों को अभी दुनिया के किसी भी एयर डिफेंस सिस्‍टम से तबाह नहीं किया जा सकता है, इसी वजह से इन्‍हें आधुनिक ब्रह्मास्‍त्र भी कहा जाता है। भारत की इसी ताकत से पाकिस्‍तानी व‍िशेषज्ञ खौफ में है। आइए समझते हैं पूरा मामला

भारत ने जिस हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया है, उससे पाकिस्‍तान के किसी भी ठिकाने को परमाणु या परंपरागत हमले से तबाह किया जा सकता है। फिर चाहे पाकिस्‍तानी सेना का कोई अड्डा हो या फिर उसके परमाणु बमों को गोदाम, भारत अब हर जगह हमला करने में सक्षम हो गया है। दरअसल, हाइपसोनिक मिसाइलें अपनी तूफानी रफ्तार और हवा में रास्‍ता बदलने की क्षमता के कारण किसी भी एयर डिफेंस सिस्‍टम को चकमा देने में सक्षत हैं। हाल ही में यूक्रेन युद्ध में रूस ने पहली बार दुनिया में हाइपरसोनिक मिसाइलों का इस्‍तेमाल किया था। इन हमलों को अमेरिकी और अन्‍य नाटो देशों के एयर डिफेंस सिस्‍टम रोकने में फेल हो गए थे।पाकिस्‍तानी व‍िशेषज्ञ ने बताया डर

हाल ही में पाकिस्‍तान के एक चर्चित विशेषज्ञ ने भारत की हाइपरसोनिक म‍िसाइलों के खतरे के बारे में अपने डर का खुलकर इजहार किया था। पाकिस्‍तान के कायद-ए- आजम यूनिवर्सिटी में स्‍कूल ऑफ इंटरनैशनल रिलेशन्‍स के रक्षा व‍िशेषज्ञ प्रफेसर डॉक्‍टर जफर नवाज जसपाल ने भारत की हाइपरसोनिक मिसाइल तकनीक, एआई और बलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम पर गंभीर चिंजा जताई थी। पाकिस्‍तानी प्रोफेसर ने दावा किया कि इससे पूरे इलाके में तनाव को बढ़ावा मिलेगा। उन्‍होंने कहा कि भारत का हाइपरसोनिक मिसाइल बनाना एक बड़ा कदम है और इससे उसकी रक्षा क्षमता में काफी इजाफा होगा।पाकिस्‍तानी व‍िशेषज्ञ ने कहा कि भारत की हाइपरसोनिक मिसाइलें जब पूरी तरह से तैयार हो जाएंगी तो वह बहुत तेजी से, सटीक तरीके से और जोरदार हमला कर सकेगा। इससे क्षेत्र के पड़ोसी देशों में टेंशन है। उन्‍होंने भारतीय सेना की एआई को लेकर बढ़ती तैयारी पर भी चिंता जताई और कहा कि इससे भारत की हमल करने और अपनी रक्षा करने की ताकत में काफी इजाफा होगा।

जसपाल ने भारत की अग्नि-5 मिसाइल को लेकर बड़ी चिंता जाहिर की जो एक साथ कई परमाणु बम ले जा सकती है। बता दें कि पाकिस्‍तानी सेना अभी हवाई रक्षा के लिए चीन के एयर डिफेंस सिस्‍टम पर भरोसा करती है लेकिन भारतीय हाइपरसोनिक इसे भी तबाह कर सकती है।चीन ने पाकिस्‍तान को दी हाइपरसोनिक म‍िसाइल!

पाकिस्‍तान के पास अभी हाइपरसोनिक मिसाइल नहीं है लेकिन पाकिस्‍तानी वायुसेना ने हाल ही में दावा किया था कि उसके पास हाइपरसोनिक ताकत मौजूद है। पाकिस्‍तानी वायुसेना ने कहा कि वह बढ़ते खतरों को देखते हुए अपना आधुनिकीकरण कर रही है। रक्षा व‍िशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्‍तान को चीन से हाइपरसोनिक मिसाइलें मिली होंगी जो उसका सबसे बड़ा हथियार सप्‍लायर है। चीन के पास हवा से दागी जाने वाली YJ-21E हाइपरसोनिक मिसाइल है। रक्षा व‍िशेषज्ञों का यह भी कहना है कि पाकिस्‍तानी वायुसेना की हाइपरसोनिक मिसाइल कोई नई नहीं है। यह CM-400AKG हो सकती है जो उसने अपने जेएफ-17 फाइटर जेट के लिए खरीदा था। इस मिसाइल को बनाने वाले का दावा है कि यह हाइपरसोनिक है। हालांकि इसकी स्‍वतंत्र पुष्टि नहीं हुई है।

Sunil Agrawal

Chief Editor - Pragya36garh.in, Mob. - 9425271222

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