सरकारी नौकरी छोड़कर जुड़े आरएसएस से कई संस्थाओं में दी सेवा,जीवन के अंतिम समय में डॉक्टरों द्वारा दिया गया जवाब,कोई नही पहुच रहा हाल पूछने….

सरकारी नौकरी छोड़कर जुड़े आरएसएस से कई संस्थाओं में दी सेवा,जीवन के अंतिम समय में डॉक्टरों द्वारा दिया गया जवाब,कोई नही पहुच रहा हाल पूछने….

सरकारी नौकरी छोड़कर समाज कल्याण के लिए आरएसएस से जुड़े, कल्याण आश्रम और शिशु मंदिर जैसी संस्थानों में अपनी सेवाएं दी। अशोक सिंगल और रज्जू भैया जैसे बड़े कद के लोगों के साथ मिलकर काम किया। लेकिन अब अपने जीवन के अंतिम समय में डॉक्टरों द्वारा जवाब दे देने के बाद उनसे मिलने न तो आरएसएस का कोई पहुंच रहा है, न ही अन्य समाजिक संस्थाओं से जूड़े लोग।

हम बात कर रहे हैं, रायगढ़ के भरत सिंह बैस की। जिन्होंने 1958 में अपनी सरकारी नौकरी छोड़ दी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के साथ जुड़ गए। उन्होंने संघ में रहकर वर्षों तक अपनी सेवाएं दी। वह रायगढ़ सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय के पहले प्रधानाध्यापक बने। इसके बाद वह जशपुर कल्याण आश्रम से जुड़े। वहां अपनी सेवाएं दी।

इतना ही नहीं बैस ने इसके बाद विश्व हिंदू परिषद से जुड़कर हरिद्वार, मथुरा आदि में सेवाएं दी हैं। उनका कहना है कि विश्व हिंदू परिषद के बड़े नेता स्व. अशोक सिंघल, रज्जू भईया जैसे लोगों के साथ रहकर उन्होंने काम किया है। लेकिन दुख की बात तो यह है कि जीवन के अंतिम समय में उनसे मिलने या उनका हाल जानने के लिए कोई भी नहीं पहुंच रहा है।

डॉक्टरों ने दे दिया जवाब

बता दें कि बैस अभी रायगढ़ शहर के बेलादुला के अपनी छोटे से निजी मकान में 85 वर्ष की आयु में अंतिम सांस गिन रहे हैं। डॉक्टर्स ने बताया कि उन्हें कई बिमारियां है। मल्टी ऑर्गन फेलियर के कारण ज्यादा दिन जीवित रहने की संभावना नहीं है। वे अपने घर में परिजनों के साथ समय बिता रहे हैं। कुछ दिनों पहले उन्होंने रायगढ़ के पत्रकार हीरा मोटवानी को बुलवाया और उनसे बहुत देर तक पुरानी यादें ताजा की। वह अपने शिशु मंदिर के पहले विद्यार्थियों को याद कर भावुक भी हो रहे हैं।
वहीं उनके परिजनों का कहना है कि बैस को सबकुछ याद है। लेकिन लीवर और दोनों किडनी ने काम करना बंद कर दिया है। वे कुछ दिन तक रायगढ़ के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती थे और अपना इलाज करवा रहे थे। अपने जीवन का ज्यादातर समय उन्होंनें आरएसएस के साथ बिताया। लकिन उनके परिजनों को यह अफसोस है कि अभी उनका हाल जानने भी कोई नहीं आ रहा।

Sunil Agrawal

Chief Editor - Pragya36garh.in, Mob. - 9425271222

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